रोजा रखने वाली मुस्लिम महिलाओं के लिए हुई दावते-इफ्तार

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 30-04-2022
रोजा रखने वाली मुस्लिम महिलाओं के लिए हुई दावते-इफ्तार
रोजा रखने वाली मुस्लिम महिलाओं के लिए हुई दावते-इफ्तार

 

अंबिकापुर. तपते मौसम में अंबिकापुर से खुषगवार बयार आई है. यहां समभाव महिला मंच ने उन मुस्लिम महिलाओं के लिए इफ्तार पार्टी का आयोजन किया है, जो पवित्र रमजान के मौके पर रोजा रख रही हैं.

अपने आप में गंगा-जमुनी तहजीब की यह अद्भुत घटना है.

मंच ने रोजेदार मुस्लिम महिलाओं को दावते-इफ्तार में इसलिए बुलाया कि रोजे के बावजूद गृहकार्य पूर्ववत दक्षता से करती हैं और आम दिनों के मुकाबले खास पकवान बनाने और इफ्तार की तैयारी के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है.

पत्रिका की एक रिपोर्ट के अनुसार, कार्यक्रम में मंच की संस्थापक वंदना दत्ता ने सभी रोजेदार महिलाओं का स्वागत करते हुए कहा कि रमजान के पवित्र महीने में मुस्लिम समाज के लोग रोजा रखकर खुदा की इबादत करते हैं. ये महीना इंसान के अंदर कृतज्ञता का भाव बढ़ाता है. महिलाओं की इफ्तार पार्टी हमने इसलिए आयोजित किया है, क्योंकि वे रोजा रखकर गृहस्थी का काम करतीं हैं. ऐसे में एक दिन थोड़ा समय निकालकर हम महिलाओं के साथ भी इफ्तार दावत करें, तो इससे बेहतर क्या हो सकता है.

महिलाओं की इफ्तार दावत संभवतः अम्बिकापुर में समभाव मंच ने ही शुरू किया है.

इफ्तार में षिरकत कर रहीं डॉ. शबनम खान ने कहा कि इसी महीने में पैगम्बर मोहम्मद के सामने इस्लाम की पवित्र किताब कुरान का अनावरण हुआ था. इसके बाद से ही इस्लाम में इस महीने को पवित्र माना गया और रोजा रखने की परंपरा शुरू हुई. इस महीने में समाज के लोग त्याग, समपर्ण, अकीदत और सब्र का परिचय देते हैं.

रूबी सिद्दीकी ने कहा कि प्रतिवर्ष समभाव महिला मंच द्वारा रोजेदार महिलाओं के लिए इफ्तार दावत का आयोजन किया जाता है, जो प्रेम व सद्भाव का संदेश देता है.

पार्षद रुही गजाला ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि रोजेदार महिलाओं का इफ्तार दावत शायद ही कहीं होता है. ये समभाव मंच ने ही अपने शहर में शुरू किया है. ये एक पाक महीना है, जो समाज मे सौहार्द्र का संदेश देता है. नैतिकता के साथ जीवन जीना सिखाता है.

कार्यक्रम में सभी रोजेदार महिलाओं ने रोजा खोलकर एक साथ नमाज अदा की और अपनी बचत से जरूरतमन्दों के लिए जकात भी दिया. फिर सभी ने एक साथ इफ्तार किया.

आयोजन को सफल बनाने में लिलि कहकशा, हिना रिजवी, सरीफुन निशा, वहीदा अहमद, फरीदा खान, महजबी अहमद, बबली, नसरीन जाफर, शकीला बानो, सन्तोष पांडे, अनुभा डबराल, मंजूषा भगत, जयश्री स्वर्णकार, बलविंदर टुटेजा, अनिता मंदिलवार, अंजना परिहार, लीला बंसल, सरिता भाटिया, उमा वर्मा, मानवी दत्ता, नीलम राजवाड़े, प्रियंका चौबे सक्रिय रहीं.