जम्मू-कश्मीरः सूबे की पहली महिला फुटबॉल टीम लोनस्टार क्लब फिर से मैदान में

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 16-04-2021
कश्मीर की पहली महिला फुटबॉल टीम
कश्मीर की पहली महिला फुटबॉल टीम

 

मंजीत ठाकुर/ नई दिल्ली

मंगलवार का दिन श्रीनगर के महिला फुटबॉल की दुनिया में एक नई शुरुआत की दिन था. श्रीनगर के टीआरसी ग्राउंड में सिंथेटिक टर्फ पर महिला फुटबॉल अकादमी ने फिर से बूट्स बांध लिए. अधिकारियों का कहना है कि अब इन लड़कियों को पेशेवर फुटबॉल कोच प्रशिक्षण देंगे.

फुटबॉल का खेल जम्मू-कश्मीर में बेहद लोकप्रिय रहा है. पर लड़कियों के लिए किसी पेशेवर मंच की कमी थी, पर इस नई शुरुआत से लगता है उस मंच की कमी पूरी हो जाएगी.

इसकी शुरुआत जम्मू-कश्मीर फुटबॉल असोशिएशन ने दो साल पहले कर दी थी, जब असोशिएशन के लोग विभिन्न कॉलेजों और स्कूलों में गए थे और वहां के प्रबंधन से महिला फुटबॉल टीम बनाने का अनुरोध किया था.

यहां तक कि पहले कई प्रतिस्पर्धाएं भी आयोजित की गईं, पर उसे कुछ अच्छा रेस्पॉन्स नहीं मिला था. तब जेकेएफए ने फैसला किया कि लड़कियों के लिए पेशेवर खेल संस्कृति का विकास किया जाए. जेकेएफए ने लोनस्टार कश्मीर फुटबॉल क्लब से अनुरोध किया कि वह लड़कियों की टीम तैयार करें. क्लब न सिर्फ लड़कियों की टीम बनाने के लिए तैयार हुआ बल्कि उन्होंने भरोसा दिलाया कि वह एक अकादमी की शुरुआत करेंगे जहां लड़कियों को पेशेवर कोच प्रशिक्षित करेंगे और वहां आधुनिक सुविधाएं भी होंगी.

ऐसे में लोनस्टार गर्ल्स टीम की कोच बनीं नादिया निगहत, जो सूबे की पहली एएफसी सर्टिफाइड फुटबॉल कोच हैं.

दस साल पहले तक निगहत को लड़कों के साथ फुटबॉल खेलना होता था और वह घाटी में फुटबॉल की एकमात्र महिला खिलाड़ी थीं. अब निगहत को लगता है कि राज्य की लड़कियों को बहुत फायदा होगा और यह उनके लिए यह मंच बेहतरीन मौका है.

असल में, इस अकादमी की शुरुआत 2019 में ही हुई थी, लेकिन तब राज्य में राजनैतिक परिस्थितियां ऐसी बनीं और फिर कोविड 19 का प्रकोप हुआ कि इसे बंद करना पड़ा.

अब इस टीम के लिए प्रतिभावान खिलाड़िनों की पहचान की गई है. ऐसे में, एक ऐसे राज्य में, जहां लड़कियों के लिए खेल की सुविधाएं नगण्य हैं, यह अकादमी सुनहरा मौका साबित हो सकता है.