तालिबान ने क्यों किया ऐलान- सत्ता में आए तो मौजूदा अफगान क्रिकेट टीम ही रहेगी

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 14-08-2021
तालिबान ने क्यों किया ऐलान- सत्ता में आए तो मौजूदा अफगान क्रिकेट टीम ही रहेगी
तालिबान ने क्यों किया ऐलान- सत्ता में आए तो मौजूदा अफगान क्रिकेट टीम ही रहेगी

 


आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली
 
अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते प्रभाव और युद्ध के मैदान में उसकी सफलता के बाद, दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसक अफगानिस्तान की तेजी से बढ़ती राष्ट्रीय क्रिकेट टीम को लेकर चिंतित हैं. हालांकि, दोहा में अफगान तालिबान के प्रवक्ता सोहेल शाहीन ने बताया कि अफगानिस्तान में क्रिकेट लाने वाले तालिबान थे और अब अगर वे सत्ता में आए तो अफगानिस्तान में क्रिकेट जारी रहेगा. मौजूदा टीम बरकरार रहेगी.
 
कुछ दिन पहले अफगानिस्तान के स्टार क्रिकेटर राशिद खान ने अफगानिस्तान के मौजूदा हालात को ‘अराजक‘ बताया और दुनिया के नेताओं से अपील की कि वह उनके देश को ऐसी स्थिति में न छोड़ें.इस बीच, अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रवक्ता हेकमत हसन ने बताया कि अफगान टीम अगले महीने श्रीलंका में पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के लिए तैयार है. उम्मीद है कि टीम रविवार को दौरे के लिए रवाना होगी.
 
नूर अली जरदारी और हजरतजादा को दो और बदलावों के साथ टीम में शामिल किया गया है. कप्तान के रूप में यह हशमतुल्ला शाहिदी की पहली सीरीज होगी. कतर से बात करते हुए, सोहेल शाहीन ने अफगानिस्तान में क्रिकेट के भविष्य के बारे में चिंताओं को दूर करने की मांग की.
 
उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेट जारी रहेगा. हम क्रिकेट को बेहतर बनाने की पूरी कोशिश करेंगे.‘‘ जब हम सत्ता में थे तो क्रिकेट की शुरुआत हमने ही की थी. उन्होंने कहा,‘‘मुझे याद है जब मैं इस्लामाबाद में था, जीफ और मैं एक टेस्ट मैच देखने गए थे. मैच देखना अच्छा अनुभव रहा. हम खुश थे हमारे खिलाड़ियों ने वहां मैच खेला, वह शानदार मैच था. हालांकि हम सफल नहीं हुए. उन्होंने कड़ी मेहनत की और दोनों टीमों के बीच बहुत कम अंतर था.
 
रहे कि अफगानिस्तान में पिछले तालिबान शासन के दौरान, सोहेल शाहीन पाकिस्तान में उप राजदूत थे और मुल्ला अब्दुल सलाम कमजोर राजदूत थे. तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि मौजूदा अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के वही खिलाड़ी अफगान टीम में बने रहेंगे और अगर हम कुछ और जोड़ सकते हैं तो हम ऐसा ही करेंगे.‘ये लोग हमारे खिलाड़ी होंगे.‘
 
 
इससे पहले अफगान सुपरस्टार राशिद खान ने ट्विटर पर जारी एक भावनात्मक संदेश में, अफगान की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताई थी. उन्हांेने अंतरराष्ट्रीय राष्ट्राध्यक्षों से अपील की कि वे अपने देश को अराजकता और अराजकता के माहौल में अकेला न छोड़ें.
 
अफगान खिलाड़ी ने एक ट्विटर संदेश में कहा, ‘‘मेरा देश अराजकता में है, बच्चों और महिलाओं सहित हजारों निर्दोष लोग हर दिन शहीद हो रहे हैं और उनकी संपत्ति को नष्ट किया जा रहा है.‘‘ हजारों परिवार बेघर हो गए है.
उन्होंने कहा, ‘‘अफगानिस्तान को अराजकता के माहौल में अकेला नहीं छोड़ा जाना चाहिए.‘‘ अफगानों को मारना और अफगानिस्तान को नष्ट करना बंद करो. हम शांति चाहते है. ‘‘
 
इधर, अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि वह राजनीतिक मुद्दों पर टिप्पणी नहीं कर सकते, इसलिए नाम न छापने की शर्त पर उन्होंने कहा कि आम धारणा के विपरीत, अफगानिस्तान में क्रिकेट से जुड़े लोग तालिबान के नियंत्रण में हैं. क्रिकेट का भविष्य क्योंकि सभी जानते हैं कि तालिबान क्रिकेट के प्रशंसक हैं.
 
उन्होंने कहा, ‘‘यह सच है कि तालिबान शासन के दौरान अफगानिस्तान में क्रिकेट अधिक लोकप्रिय हुआ.‘‘ तब से, टीम बढ़ी है और अब दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक है. उन्होंने कहा कि कई जिले पिछले कई सालों से तालिबान के कब्जे में हैं लेकिन उन्होंने इन जिलों के क्रिकेटरों से कभी कुछ नहीं कहा.
 
कई जगहों पर उन्हें चेक पोस्ट पर या सड़क पर रोक दिया गया तो भी उन्हें क्रिकेटर के तौर पर पेश करने के लिए छोड़ दिया गया. इस तरह तालिबान के कब्जे वाले इलाकों में क्रिकेट बोर्ड के सदस्य आते-जाते रहे हैं और उन्हें कभी कुछ नहीं बताया गया.
अधिकारी ने कहा कि तालिबान ने क्रिकेट किट या कपड़ों पर कोई आपत्ति नहीं की.
 
अफगानिस्तान की क्रिकेट टीम इस समय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की एकदिवसीय रैंकिंग में 10वें स्थान पर है . उसने कई बड़ी टीमों को पछाड़ दिया है. अफगान क्रिकेट टीम के सदस्य पाकिस्तान सुपर लीग और आईपीएल सहित दुनिया भर की प्रमुख क्रिकेट लीगों में खेलते हैं और सुपरस्टार राशिद खान को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में से एक माना जाता है.