मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली
देश के दूसरे सुनील छेत्री के रूप में उभरते कश्मीर के 17 वर्शीय फुटबॉलर सुहैल अहमद भट के हाथ आखिरकार एक बड़ी उपलब्धि लगी ही गई.विश्व फुटबाल के 60सर्वश्रेष्ठ युवा प्रतिभाओं की द गार्जियन की प्रतिष्ठित सूची में उनका नाम दर्ज किया गया है. इनकी उपलब्धि से निश्चित ही न केवल कश्मीर, देश के अन्य युवा फुटबॉलरों के भी हौसले बुलंद होंगे.
सुहैल अहमद भट फिलहाल इंडियन एरो फुटबॉल क्लब का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. इस मेहनती स्ट्राइकर की पहचान कश्मीर की सबसे प्रतिभाशाली प्रतिभाओं में होती है. फुटबॉल मैदान में उनकी चुस्ती-फुर्ती देखकर हर कोई उनका दीवाना हो जाता है. खेल के दौरान वह बेहद आत्म-विश्वास से भरे नजर आते हैं.
उन्होंने 2021 में संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ भारत के अंडर -16 में खेलते हुए अंतरराष्ट्रीय मैच में पदार्पण किया था. सुहैल को टीम में रखने का मतलब है स्कोरिंग की उच्च स्तरीय उम्मीद. द गार्जियन की मानें तो इस 17 वर्षीय खिलाड़ी में भारत के महान फुटबॉलर सुनील छेत्री का उत्तराधिकारी बनने के तमाम गुण मौजूद हैं.
भट के अलावा गार्जियान की सूची में विभिन्न देशों के शीर्ष युवा खिलाड़ियों ने जगह बनाई है. इनमें मेलबर्न सिटी एफसी, ऑस्ट्रेलिया से एमएक्स कैपोटो, फालमेंगा एफसी, ब्राजील से मैथियस गोंकाल्वेस शामिल हैं. बार्सिलोना एफसी के मार्टिन जॉर्जीव को भी सूची में रखा गया है.
द गार्जियन्स नेक्स्ट जेन 2022ः कश्मीरी खिलाड़ी सुहैल भट दुनिया के 60 सर्वश्रेष्ठ युवा फुटबॉलरों में शामिल हैं
8 अप्रैल 2005 को जन्मे सुहैल वर्तमान में इंडियन एरो के लिए बतौर फारवर्ड खेलते हैं. 2017 में खेल परिषद फुटबॉल अकादमी में शामिल होने के लिए भट को श्रीनगर में एक फुटबॉल शिविर से गुजरना पड़ा था.
सुहैल के विकिपीडिया पेज के मुताबिक, उन्हें पहली बार 2021 में भारतीय राष्ट्रीय अंडर -16फुटबॉल टीम के लिए चुना गया था. इसके साथ ही उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मैच में पदार्पण किया .
पढ़ाई को लेकर गंभीर
द गोल के अनुसार, सुहैल भट हमेशा अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का सपना देखते रहते हैं. साथ ही उन्हें अपनी पढ़ाई को लेकर भी बहुत चिंता है. भारत के अंडर 16टीम में चुने जाने के बाद एक बार तो वह पढ़ाई छूटने को लेकर बेहद परेषान हो गए थे.
श्रीनगर के बेमिना में शाह-ए-हमदान शैक्षिक संस्थान में कक्षा 10 के इस छात्र ने हमेशा स्कूल में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है. मगर फुटबॉल के उनके जुनून ने आखिरकार उन्हें और निखार दिया.
सुहैल भट कहते हैं,वह एक गंभीर छात्र हैं और शिक्षा में अच्छा करना चाहते हैं. इनके कोच साजिद डार बताते हैं कि वह पढ़ाई और खेल दोनों को लेकर कोई मौका नहीं चूकना चाहते. डार जम्मू-कश्मीर स्पोर्ट्स काउंसिल फुटबॉल अकादमी के मानद तकनीकी निदेशक हैं.
22 जिलों की प्रतिभा खोज
डार बताते हैं कि स्पोर्ट्स काउंसिल ने संभावित खिलाड़ियों का पता लगाने के लिए जम्मू-कश्मीर के 22जिलों में प्रतिभाओं की तलाश के लिए कैंप लगाए थे. सुहैल को 2017में, अंडर 13श्रेणी में श्रीनगर कैंप से फॉरवर्ड के रूप में चुना गया था.
लेकिन जल्द ही उन्होंने अपनी उम्र के हिसाब ज्यादा बेहतर करना शुरू कर दिया.
पदोन्नति दर पदोन्नति
इसके बाद अकादमी के प्रभारी मेहराजुद्दीन वाडू और डार ने उन्हें पदोन्नत कर अंडर 15 में शामिल करने का निर्णय लिया. लगभग एक साल बाद उन्हें एक बार फिर से पदोन्नत देकर अंडर 18टीम में जगह दी गई.
डार ने बताया, उसकी ऊंचाई अच्छी है, इसलिए वह और बेहतर कर सकता है. मुझे लगता है वह बहुत आगे जाएगा. कहते हैं, सुहैल मैच के दौरान हमेशा अपने दाहिना पैर से विपक्षियों की पीठ के पीछे रिक्त स्थान खोजने की कोशिश करता है.