तालिबान के फैसले से महिला क्रिकेट का भविष्य अंधकारमय, रद्द हो सकता है ऑस्ट्रेलिया के साथ टेस्ट

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 2 Years ago
तालिबान के नए फैसले से महिला क्रिकेट का भविष्य अंधकारमय
तालिबान के नए फैसले से महिला क्रिकेट का भविष्य अंधकारमय

 

आवाज द वाॅयस / काबुल/  मेलबर्न

ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान की महिला क्रिकेट टीम के बीच प्रस्तावित टेस्ट मैच के रद्द होने की नौबत आ गई है. ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने गुरुवार को कहा कि अगर तालिबान ने महिलाओं को क्रिकेट खेलने की अनुमति नहीं दी तो वह अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाला टेस्ट मैच रद्द कर देगा.

ब्रिटिश समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, ऑस्ट्रेलियाई प्रसारक एसबीआई ने तालिबान के एक प्रवक्ता के हवाले से कहा कि उन्हें नहीं लगता कि महिलाओं को क्रिकेट खेलने की अनुमति दी जाएगी, क्योंकि यह ‘जरूरी नहीं‘. उन्होंने कहा यह इस्लाम के खिलाफ होगा. अगर महिला खिलाड़ी खेलना भी चाहेंगी तो उनका चेहरा और शरीर पूरी तरह से ढका होना चाहिए .

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का कहना है कि बोर्ड के लिए महिला क्रिकेट के विकास के साथ आगे बढ़ना ‘‘बहुत महत्वपूर्ण‘‘ है. बोर्ड के अनुसार,‘क्रिकेट के लिए हमारा दृष्टिकोण यह है कि खेल सभी के लिए है और हम सभी स्तरों पर खेल में महिलाओं की भागीदारी का समर्थन करते हैं.‘‘

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड के अनुसार, ‘‘अगर हाल की मीडिया रिपोर्ट्स कि अफगानिस्तान में महिला क्रिकेट का समर्थन नहीं किया जाता है, तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को होबार्ट में प्रस्तावित टेस्ट मैच के लिए अफगानिस्तान की मेजबानी नहीं करनी चाहिए.‘‘

इस बीच तालिबान के सांस्कृतिक आयोग के उप प्रमुख अहमदुल्ला वासिक ने कहा, ‘‘महिलाओं को क्रिकेट नहीं खेलना है.‘‘ऑस्ट्रेलिया को 27नवंबर को अफगानिस्तान के खिलाफ अपने पहले टेस्ट की मेजबानी करनी थी. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने पिछले हफ्ते कहा था कि मैच की तैयारी अच्छी तरह चल रही है. अब अफगानिस्तान के बदले समीकरण में सब कुछ बदल गया है.

तालिबान के सांस्कृतिक आयोग के उप प्रमुख अहमदुल्ला वासिक ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि महिलाओं को क्रिकेट खेलने की इजाजत होगी, क्योंकि महिलाओं के लिए क्रिकेट खेलना जरूरी नहीं है.

क्रिकेट में, उन्हें ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ेगा जहां उनका चेहरा और शरीर ढंका नहीं जा सकता. इस्लाम महिलाओं को ऐसा दिखने की इजाजत नहीं देता.

अहमदुल्ला वासीक ने कहा, ‘‘यह मीडिया का युग है और इसमें तस्वीरें और वीडियो होंगे. फिर लोग इसे देखेंगे.इस्लाम और इस्लामिक अमीरात महिलाओं को क्रिकेट खेलने या खेल खेलने की अनुमति नहीं देते हैं जहां वे उजागर होते हैं.‘‘

ऑस्ट्रेलियाई खेल मंत्री रिचर्ड कोलबैक का कहना है कि किसी भी स्तर पर महिलाओं को खेलने से नहीं रोकना चाहिए. ऑस्ट्रेलियाई खेल मंत्री रिचर्ड कोलबैक ने कहा कि तालिबान की स्थिति ‘‘बेहद चिंताजनक है‘‘

उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘किसी भी स्तर पर महिलाओं को खेल से बाहर करना अस्वीकार्य होगी.हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) सहित अंतरराष्ट्रीय खेल अधिकारियों से इस भयानक फैसले के खिलाफ खड़े होने का आग्रह करते है.‘‘क्रिकेट की विश्व संचालन संस्था आईसीसी ने भी कहा है कि वह प्रतिबंध को लेकर चिंतित है.