राकेश चौरासिया / नई दिल्ली
कश्मीर की तजामुल इस्लाम ने दूसरी बार विश्व किकबॉक्सिंग चैंपियन का खिताब अपने नाम किया है. यह चैंपियनशिप मिस्र के काहिरा में आयोजित की गई.
बांदीपोरा के आर्मी गुडविल स्कूल की छात्रा तजामुल यह चैंपियनशिप जीतने वाली कश्मीर की पहली बच्ची हैं.
इससे पहले तजामुल इस्लाम यह चैंपियनशिप 2016 में जीत चुकी हैं. इटली के एंड्रिया में आयोजित इस चैंपियनशिप में जब उन्होंने भाग लिया था, तब उनकी उम्र महज 8साल ही थी. अब फिर उन्होंने इतिहास दोहराया है.
तजामुल इस्लाम ने ट्वीट किया है, ‘यह वास्तव में मेरे लिए गर्व का क्षण था, जब मैंने काहिरा मिस्र में विश्व किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में फिर से स्वर्ण पदक जीता. अब मैं 2 टाइम्स विश्व किकबॉक्सिंग चौंपियन हूं.
It was really a proud moment for me when i gold gold again in world kickboxing championship in cairo egypt 🇪🇬 2021 now i am 2Times world kickboxing champion pic.twitter.com/m13AaU6hNC
— Tajamul islam (@Tajamulislam321) October 28, 2021
तजामुल की जीत पर जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उन्हें इस सफलता के लिए बधाई दी. सिन्हा ने कहा, ‘बांदीपोरा की तजामुल इस्लाम को विश्व किकबॉक्सिंग चौम्पियनशिप 2021में स्वर्ण पदक जीतकर काहिरा, मिस्र में इतिहास रचने के लिए बहुत-बहुत बधाई. हमारे युवा किकबॉक्सिंग चौंपियन ने पिछले कुछ वर्षों में असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है.’
Many congratulations to Tajamul Islam of Bandipora for scripting history in Cairo Egypt by winning the Gold medal at the World Kickboxing Championship 2021. Our young kickboxing champion has done exceptionally well over the years. pic.twitter.com/8dG5NCYKOq
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) October 28, 2021
उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के सुदूर गांव तारकपोरा में तजामुल का जन्म हुआ था. 13वर्षीय तजामुल बांदीपोरा में अपनी खेल अकादमी भी चलाती हैं, जहां वे युवक-युवतियों को किक बॉक्सिंग का प्रशिक्षण देती हैं.
वे स्वयं 6 वर्ष की उम्र से ही किकबॉक्सिंग की प्रैक्टिस कर रही हैं. वे वुशु और ताइक्वांडो में भी प्रवीण हैं.
उनका एक भाई और दो बहनें भी किकबॉक्सर हैं. उन्होंने अपने भाई-बहनों के बाद में 2014 में मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग लेनी शुरू की थी.
विश्व चैंपियन बनने से पहले इस किकबॉक्सर ने 2015 में नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित राष्ट्रीय किकबॉक्सिंग चौम्पियनशिप में सब-जूनियर वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर राष्ट्रीय पहचान बनाई थी.
तजामुल इस्लाम
इस जीत के बाद ही तजामुल को विश्व चैंपियनशिप में भाग लेने का टिकट मिला था.
तजामुल का कहना है कि कश्मीर की लड़कियां खेलों में बहुत कम भाग लेती हैं. सामाजिक दबाव के कारण बहुत कम लड़कियां स्पोर्ट्स में आती हैं. उनके अनुसान परिवार और सेना के समर्थन से उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है.
तजामुल का सपना है कि वह बड़ी होकर भारतीय सेना में डॉक्टर बने.