टी-20 विश्व कपः पाकिस्तान फिर पिटेगा

Story by  मंजीत ठाकुर | Published by  [email protected] • 2 Years ago
पहले चैंपियनः धोनी के धुरंधरों ने दिलाई थी 2007 में विश्व कप में खिताबी जीत
पहले चैंपियनः धोनी के धुरंधरों ने दिलाई थी 2007 में विश्व कप में खिताबी जीत

 

मंजीत ठाकुर/ नई दिल्ली

आपको पहले विश्व कप में भारत की जीत का दृश्य तो याद ही होगा. पहले टी-20 विश्व कप के खिताबी मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी की थी. कप्तान नौजवान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे और गौतम गंभीर ने 75 रनों की पारी से भारत को 5 विकेट के नुक्सान पर 157 रन बनाने में योगदान दिया था. पाकिस्तान आखिरी दम तक लड़ा था और आखिरी ओवर में मिस्बाह उल हक विकेट पर मौजूद थे. वह जमकर खेल रहे थे और ऐसा लग रहा था कि कहीं वह भारत से जीत छीनकर न ले जाएं.

महेंद्र सिंह धोनी विकेट के पीछे बेहद शांत खड़े थे और गेंदबाज़ी उन्होंने जोगिंदर शर्मा को गेंद पकड़ा दी. पूरे देश में टीवी पर मैच देख रहे फैन्स ने एक ही बात कही, अरे, इसको कैसे गेंद पकड़ा दिया.

तब लोगों को धोनी के क्रिकेटिंग मेधा के बारे में कम ही पता था. बहरहाल, आखिरी ओवर में जोगिंदर शर्मा की गेंद पर मिस्‍बाह उल हक ने स्‍कूप शॉट खेलने की कोशिश की लेकिन धोनी ने शर्मा को गेंद पकड़ाने से पहले एस श्रीसंत को शॉर्ट फाइन लेग में जमा दिया था. जाहिर है, हवा में उछली उस गेंद को लपकने में श्रीसंत ने कोई गलती नहीं की.

धोनी के धुरंधर पहली बार आयोजित टी20 विश्व कप के पहले चैंपियन बने थे. इससे पहले टी-20 विश्वकप में भारत ने दूसरी बार पाकिस्तान को ढेर किया था. इससे पहले लीग मैचों में भारत ने पाकिस्तान को कूटा था.

लीग मैचों में डरबन में हाइ वोल्टेज मैच खेला दया था. पाकिस्‍तान को भारत ने उस मैच में 141 रनों का लक्ष्‍य दिया था लेकिन हाथ में तीन विकेट रहने के बावजूद पाकिस्तान रन बनाने में कामयाब नहीं हुआ. दोनों टीमों के रन बराबरी पर छूटे थे लेकिन तब मैच टाई होने की स्थिति में सुपर ओवर नहीं बल्कि बॉल आउट नियम था. बॉल आउट यानी भारतीय गेंदबाजों को छह गेंदे फेंकनी थी और ऐसा ही पाकिस्तानियों को भी करना था.

भारत के तीन खिलाड़‍ियों ने स्‍टंप पर गेंद मारी जबकि पाकिस्‍तान का एक भी गेंदबाज ऐसा नहीं कर पाया. एमएस धोनी की युवा टीम ने पाकिस्‍तान को रोमांचकारी मुकाबले में पहली बार इस तरह शिकस्‍त देते हुए 1-0 की बढ़त बनाई.

इतना इतिहास इसलिए ताकि आप इतवार को होने वाले भारत पाकिस्तान मैच में सब कुछ साफ जेहन में लेकर बैठें कि पाकिस्तान ने आइसीसी के मैचों में अधिकतर बार भारत से मुंह की खाई है.

टी20 विश्व कप के इतिहास में यह छठा मौका होगा जब दोनों टीमें आमने-सामने होंगी. अंतरराष्ट्रीय टी20 में ये दोनों के बीच आठवीं भिड़ंत होगी. पाकिस्तान की टीम का रिकॉर्ड भारत के खिलाफ केवल टी वर्ल्ड कप में ही नहीं बल्कि ओवरऑल रिकॉर्ड ही खराब है.

दोनों देशों के बीच अब तक इंटरनेशनल टी20 में कुल 8 बार भिड़ंत हो चुकी है. पहली बार दोनों टी-20 के विश्व कप में ही 2007 में डरबन में भिड़े थे जिसका जिक्र किया जा चुका है.

तब से लेकर अब तक 14 साल के दौरान दोनों टीमों केवल आठ बार भिड़ी हैं. टी20 वर्ल्ड कप से अलग दोनों सिर्फ एक बार एशिया कप में खेले थे और वहीं एक बार दोनों के बीच भारतीय जमीन पर दो मैचों की द्विपक्षीय सीरीज खेली गई.

भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए पिछले पांच मैचों में से एक भी मुकाबला पाकिस्तान ने नहीं जीता है. पाकिस्तान को भारत के खिलाफ एकलौती जीत साल 2012-13 में बेंगलोर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में मिली थी. उसके अलावा जब भी दोनों टीमों का आमना सामना हुआ है पाकिस्तानी टीम चारों खाने चित्त ही हुई है.

टी20 क्रिकेट में भारत और पाकिस्तान की टीमें साल 2016 में आखिरी बार कोलकाता के इडेन गार्डन्स में भिड़ी थीं. बारिश से प्रभावित इस मुकाबले में पाकिस्तान ने 18 ओवर में 5 विकेट पर 118 रन का स्कोर खड़ा किया था. जिसे टीम इंडिया ने 15.5 ओवर में विराट कोहली की 37 गेंद में नाबाद 55 रन की पारी की बदौलत हासिल कर लिया था. विराट को इस शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच किया गया था.

साल 2016 में बांग्लादेश के दौरान एशिया कप के ढाका में भारत-पाकिस्तान के बीच खेले गए मुकाबले में पाकिस्तानी टीम महज 83 रन पर ढेर हो गई थी. ऐसे में लक्ष्य का पीछा करते हुए विराट कोहली ने 51 गेंद में 49 रन का पारी खेलते हुए जीत हासिल की थी. उन्हें खतरनाक मैच के लिए मैन ऑफ मेरा मैन ऑफ  द मैच चुना गया था.

भारत और पाकिस्तान के बीच साल 2014 में ढाका में विश्व कप के दौरान खेले गए मुकाबले में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 130 रन का स्कोर खड़ा किया था. 131 रन के लक्ष्य को भारत ने रोहित शर्मा (24), शिखर धवन( 30) विराट कोहली 36*(32) और सुरेश रैना 35*(28) की धमाकेदार पारियों की बदौलत हासिल कर लिया था. अमित मिश्रा को उनकी शानदार स्पिन गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था.

साल 2012 में श्रीलंका की मेजबानी में आयोजित टी20 वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ मुकाबला भारत के नाम रहा था. मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान की टीम भारतीय गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत 19.4 ओवर में 130 रन पर ढेर हो गई थी. लक्ष्मीपति बालाजी भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे थे उन्होंने 3 विकेट झटके, वहीं युवराज सिंह और रविचंद्रन अश्विन को 2-2 विकेट मिले थे. इसके बाद जीत के लिए मिले 131 रन के लक्ष्य को टीम इंडिया ने विराट कोहली की 61 गेंद में 78 रन की धमाकेदार पारी बदौलत हासिल कर लिया था. उन्हें इस पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था.

टीम इंडिया के धाकड़ बल्लेबाज युवराज सिंह ने भारतीय टीम को साल 2012-13 के भारत दौरे पर अहमदाबाद में खेले गए मुकाबले में 11 रन के अंतर से मात दी थी. भारत ने युवराज सिंह की 36 गेंद में 72 रन की आतिशी पारी की बदौलत टीम इंडिया ने 5 विकेट पर 192 रन का स्कोर खड़ किया था. युवराज के अलावा धोनी ने 33, विराट ने 27, रहाणे ने 28 और गंभीर ने 21 रन की पारी खेली थी. 193 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तानी टीम  नासिर जमशेद की 41 और मोहम्मद हफीज की 26 गेंद में 55 रन की पारियों की बदौलत 7 वकेट पर 181 रन बना सकी और मुकाबला गंवा दिया. युवराज सिंह को उनकी शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था.  

विश्व कप में इन दोनों टीमों के बीच खेले गए मुकाबलों में सर्वाधिक रन बनाने वाले 5 बल्लेबाजों की लिस्ट को देखें, तो विराट कोहली का नाम सबसे ऊपर है, जिन्होंने 6 मैचों में 254 रन बनाए हैं, जबकि शोएब मलिक 164 रन के साथ दूसरे पायदान पर हैं. शीर्ष-5 बल्लेबाजों की इस फेहरिस्त में तीन भारतीय खिलाड़ियों का नाम शामिल है.