आवाज द वॉयस / नई दिल्ली
जब टी20 क्रिकेट की शुरुआत हुई थी, तब क्रिकेट पंडितों ने इसे बल्लेबाजों का खेल कहा था. किसी ने इसे पायजामा क्रिकेट कहा तो किसी ने फटाफट क्रिकेट. क्रिकेट विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिकेट के इस प्रारूप में गेंदबाजों के लिए कुछ भी नहीं है. उनका आना तो तय है, लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ता गया है गेंदबाज भी चमकने लगे.
टी20 विश्व कप के नौवें संस्करण में कुछ ही दिन शेष हैं. ऐसे में गेंदबाजों की भूमिका अहम होने वाली है. पिछले टी20 वर्ल्ड कप में गेंदबाजों ने यादगार प्रदर्शन किया है.
श्रीलंका के पूर्व मिस्टर स्पिनर अजंता मेंडिस ने 2012 टी20 वर्ल्ड कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ अविश्वसनीय प्रदर्शन किया था. श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 182 रन बनाए.
जब जिम्बाब्वे की टीम पीछा करने उतरी तो अजंता मेंडेस के खिलाफ उनके बल्लेबाज बेबस नजर आए. इन सभी ने एक के बाद एक सस्ते में अपने विकेट गंवाए.
अजंता मेंडेस ने अपने चार ओवर के कोटे में 8 रन देकर कुल 6 विकेट लिए. एक ओवर में छह गेंद फेंकने में माहिर अजंता मेंडेस ने 2012 के टी20 वर्ल्ड कप में कुल 15 विकेट लिए थे. अजंता मेंडेस की शानदार गेंदबाजी की बदौलत श्रीलंका फाइनल में पहुंचने में सफल रही. हालांकि, वह प्रतियोगिता में वेस्टइंडीज से हार गए.
श्रीलंका के महान स्पिनर रंगना हेराथ की शानदार गेंदबाजी को कौन भूल सकता है. 2014 वर्ल्ड टी20 में न्यूजीलैंड के खिलाफ करो या मरो के मैच में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी की और 20 ओवर में 119 रन पर आउट हो गई.
कीवी टीम के मजबूत बल्लेबाजी क्रम को देखते हुए उनके लिए यह लक्ष्य हासिल करना आसान था, लेकिन रंगना हेराथ की स्पिन गेंदबाजी के सामने न्यूजीलैंड की टीम सिर्फ 60 रन ही बना सकी.
रंगना हेराथ को उनकी गेंदबाजी के लिए प्लेयर अॉफ द मैच चुना गया. हेराथ ने ब्रेंडन मैकुलम, जेम्स नीशम, रॉस टेलर, ल्यूक रोंची और ट्रेंट बोल्ट को अपना शिकार बनाया. उन्होंने अपने स्पेल में केवल तीन रन खर्च करते हुए कुल 5 विकेट लिए.
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज उमर गुल ने 2009 में टी 20 विश्व कप के ग्रुप चरण में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी टीम को अकेले हाथ से जीत दिलाई. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने आई कीवी टीम की कमर तोड़ दी.
उमर गिल ने पहले स्कॉट स्टायर्स को आउट किया. इसके बाद उन्होंने कीवी टीम के सूत्रों को वापस भेजा. उन्होंने अपने तीन ओवर में सिर्फ छह रन देकर 5 विकेट चटकाए इसके बाद पाकिस्तानी टीम ने कीवी टीम को 13.1 ओवर में 99 रन पर समेट दिया.
उमरगुल को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर अॉफ द मैच चुना गया. उमर गुल की शानदार गेंदबाजी के दम पर पाकिस्तान की टीम 2009 टी20 वर्ल्ड कप के अगले दौर में पहुंचने में कामयाब रही. पाकिस्तान की टीम भी इस साल पहली बार टी20 वर्ल्ड कप चैंपियन बनी है.