नेपाली पर्वतारोही ने 26वीं बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़कर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 10-05-2022
नेपाली पर्वतारोही
नेपाली पर्वतारोही

 

आवाज द वाॅयस /काठमांडू
 
नेपाल के पर्वतारोही कामी रीता शेरपा ने 26वीं बार दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर चढ़कर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा है.रॉयटर्स के अनुसार, नेपाल की राजधानी काठमांडू में पर्यटन विभाग के महानिदेशक ने पुष्टि की है कि कामी रीता शेरपा ने अपना पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है. एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है.

52 वर्षीय कामी रीटा ने शनिवार को समुद्र तल से 8,848.8 मीटर की ऊंचाई पर माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की.कामी रीता शेरपा अभियान के लिए रस्सी पर चढ़ने वाली टीम का नेतृत्व कर रहे थे, जिसमें 10 अन्य नेपाली टीम के साथी शामिल थे.
 
कामी रीता की पत्नी जांगमो ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह अपने पति की सफलता से बहुत खुश हैं.माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए कामी रीटा द्वारा लिया गया मार्ग वास्तव में 1953 में न्यूजीलैंड के एडमंड हिलेरी और नेपाल के तेनजिंग नोर्गे द्वारा खोजा गया था, जो आज तक के सबसे प्रसिद्ध पर्वतारोहियों में से एक है.
 
इस साल, नेपाल ने पीक सीजन के दौरान माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए 316 परमिट जारी किए. पिछले साल, 408 जारी किए गए थे, जो अब तक की सबसे अधिक संख्या है.विदेशी मुद्रा अर्जित करने के लिए नेपाल पर्वतारोहण आय पर बहुत अधिक निर्भर है.
 
हालांकि पर्वतारोहियों की भीड़ को लेकर नेपाली सरकार की आलोचना भी हुई है. साल 2019 में माउंट एवरेस्ट पर पर्वतारोहियों की कतार लगने से मौत हुई थी.1953 में, माउंट एवरेस्ट पर पहली बार नेपाल और तिब्बत ने चढ़ाई की थी.
 
तब से अब तक वह 10,657 बार चढ़ाई कर चुका है, जबकि अधिकांश पर्वतारोहियों को एक से अधिक बार चढ़ाई करने का गौरव प्राप्त हुआ है.आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक अब तक माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने की कोशिश में 311 लोगों की मौत हो चुकी है. दो भारतीयों ने हाल में जान गंवाई थी.