मलिक असगर हाशमी/ नई दिल्ली
पाकिस्तानी सरकार के पालतू आतंकवादियों की हरकतों के कारण दोनों देशों के बीच इस कदर तनाव है कि सरहद पर हर समय तलवारें खिंची रहती हैं. मगर पाकिस्तान का आम नागरिक चाहता है कि किसी तरह दोनों पड़ोसी मुल्कों में अमन-शांति कायम हो जाए. इसकी झलक हमें हर बार खेल के दौरान पर देखने को मिलती है. कल के टी20 वर्ल्ड कप के भारत-पाकिस्तान मैच के नतीजे आने के बाद फिर यह नजारा दिखा.
क्रिकेट के इतिहास में पहली बार पाकिस्तान से 10 विकेट से हारने के बावजूद जब भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने पाकिस्तान के ओपनर बैट्समैन को गले लगाकर बधाई दी तो कई पाकिस्तानी गदगद हो उठे.
विशेषकर पाकिस्तानी इसपर विराट कोहली की खूब प्रशंसा कर रहे हैं. भारत-पाकिस्तान मैच की कमेंट्री करने वाले इरफान पठान ने भी अपने फेसबुक पेज पर कोहली के पाकिस्तानी खिलाड़ियों को बधाई देने वाली तस्वीर साझा करते हुए भारतीय कप्तान की खेल भावना की प्रशंसा की है.
टोक्यो ओलंपिक के भाला फेंक प्रतियोगिता में भारत को गोल्ड मैडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा ने जब यह खुलासा किया था कि उन्हांेने पाकिस्तानी एथलीट के ज्वैलिन का इस्तेमाल किया था, तब उनकी भी
पाकिस्तान में बहुत प्रशंसा की गई थी.
आम भावना है कि दो देशों का तनाव खेल के जरिए ही खत्म किया जा सकता है. ऐसी सोंच रखने वाले भारत के साथ-साथ पाकिस्तान में भी कई खिलाड़ी हैं. उनमें रमीज राजा, इंजमामुल हक, वसीम अकरम, शोए अख्तर सरीखे कई खिलाड़ी हैं. शोएब अख्तर ने तो कल के भारत-पाकिस्तान मैच के पहले ड्रेसिंग रूम में कपिल देव और सुनील गावस्कर का कंधा दबाते तस्वीरें भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट से साझा किया था.
बहरहाल, विराट कोहली के पाकिस्तानी खिलाड़ियांे को गले लगाकर मुबारकबाद देने पर एक पाकिस्तानी आफिस जावेद ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा-‘‘खेल का मकसद ही है करीब आना.’’
एक अन्य पाकिस्तानी अदनान खान लिखते हैं-‘‘भारत और पाकिस्तान यह दोस्ती चाहता है. खेल को राजनीति से दूर रखें. दोनों देशों की आम जनता की यह भावना है.’’
असद लिखते हैं-सात संदूकों में दफन कर दो नफरतें. आज इंसान को मुहब्बत की जरूरत है.
खालिद अलहमदी ने विराट का पाकिस्तानी खिलाड़ी को गले लगाते सोशल मीडिया पर वीडियो साझा करते हुए लिखा है-‘माई होल हार्ट इंडिया.’
हालांकि, पाकिस्तान में नफरती सोच रखने वाले भी कम नहीं हैं. पाकिस्तान की जीत पर कई आपत्तिजनक मीम तो सोशल मीडिया पर साझा किए ही जा रहे हैं, भारत के खिलाफ गैरजरूरी बातें भी कही जा रही हैं.