नई दिल्ली
बांग्लादेश फुटबॉल टीम के लिए एक और निराशाजनक नतीजा। नेपाल के खिलाफ मैच के आखिरी पलों में गोल खाने के बाद टीम को जीत से हाथ धोना पड़ा और मुकाबला ड्रॉ पर खत्म हुआ। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बांग्लादेश के कोच जेवियर कैबरेरा को लगातार रक्षात्मक गलतियों पर सवालों का सामना करना पड़ा।
बांग्लादेश ने इस मैच में नेपाल को दो गोल दे दिए — और दोनों ही मौकों पर डिफेंडरों की गलती साफ दिखी। इससे पहले हांगकांग के खिलाफ भी डिफेंस ने वही गलतियाँ दोहराईं। जब कोच से पूछा गया कि रक्षात्मक पंक्ति बार-बार गलती क्यों करती है, तो उन्होंने निराशा जताते हुए कहा,
“हमने इन स्थितियों पर सैकड़ों बार अभ्यास किया है। फुटबॉल में इस तरह की गलतियाँ हो जाती हैं, लेकिन जब बार-बार होती हैं तो यह बेहद निराशाजनक होता है।”
मानसिक दबाव की बात पर कोच का जवाब
मैच से एक दिन पहले कप्तान जमाल भुइयां ने भी माना था कि टीम आखिरी मिनटों में ध्यान खो देती है। जब कोच से पूछा गया कि क्या यह खिलाड़ियों की मानसिक कमजोरी है, तो उन्होंने कहा,“मैं इसे मानसिक समस्या नहीं कहूँगा। हम वीडियो एनालिसिस करेंगे, गलतियों की पहचान करेंगे और अगले चार दिनों में भारत के खिलाफ मुकाबले के लिए बेहतर तैयारी करेंगे।”
हमज़ा के शानदार खेल के बावजूद सीमित मौके
बांग्लादेश के दो गोलों में से एक हमज़ा की व्यक्तिगत प्रतिभा का नतीजा था, जबकि दूसरा गोल पेनल्टी से आया। इन दो मौकों को छोड़ दें, तो टीम कोई ठोस गोल का अवसर नहीं बना सकी। इस बात से सहमत होते हुए कोच ने कहा,“पहले हाफ़ में हमने गेंद पर नियंत्रण तो रखा, लेकिन मौके नहीं बना पाए। यह मेरी ज़िम्मेदारी है — हमें बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था, ख़ासकर पहले हाफ़ में। नेपाल जैसी टीम के खिलाफ खेलना आसान नहीं होता।”
चोट पर अपडेट: भारत के खिलाफ खेलेंगे हमज़ा और ज़ायन
हमज़ा और ज़ायन अहमद को हल्की चोट लगी, और मैदान से बाहर आने के बाद उनके पैरों पर बर्फ लगाई गई। इससे प्रशंसकों में चिंता बढ़ी कि क्या वे भारत के खिलाफ उपलब्ध रहेंगे। कोच कैबरेरा ने भरोसा दिलाया,“दोनों की चोटें गंभीर नहीं हैं। कोई कारण नहीं है कि वे भारत के खिलाफ न खेलें — वे पूरी तरह फिट रहेंगे।”
नेपाल के खिलाड़ियों का प्रभाव और कोच की प्रतिक्रिया
नेपाल की टीम में पाँच खिलाड़ी ऐसे थे जो बांग्लादेश प्रीमियर लीग में खेलते हैं। फ़ोर्टीज़ क्लब के अनंत तमांग ने नेपाल की ओर से अहम भूमिका निभाई। इस पर कैबरेरा ने कहा,“मुझे नहीं लगता कि इसका कोई फर्क पड़ा। हम जीतने के इरादे से मैदान में उतरे थे, और हमें यह मैच जीतना चाहिए था। लेकिन सच्चाई यह है कि हम जीत नहीं पाए। हमें इसे स्वीकार करना होगा, पर ज़्यादा नकारात्मक होना सही नहीं है। अब हमारा पूरा ध्यान भारत के खिलाफ मैच पर है।”