नई दिल्ली / आवाज-द वॉयस
रमजान के दौरान व्रत तोड़ने पर नाराजगी, अपच और एसिडिटी जैसी शिकायतें आम हो जाती हैं, जिनमें कुछ उपयोगी और आजमाए हुए और आजमाए हुए घरेलू उपचारों की मदद ली जा सकती है.
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, एसिड रिफ्लक्स कमजोर पाचन तंत्र को इंगित करता है, जबकि इसके लक्षणों में खाने के तुरंत बाद पेट में दर्द, ब्लोटिंग, नाराजगी, मतली, उल्टी और वजन बढ़ना शामिल है. इसमें बिना किसी स्पष्ट कारण के समाप्त हो जाना और भोजन को पचाने में कठिनाई होना शामिल है.
चिकित्सा और आहार विशेषज्ञों के अनुसार, अम्लता का मुख्य कारण भोजन, खाली पेट, चाय या कॉफी का अत्यधिक सेवन, धूम्रपान, आदि के बीच लंबे अंतराल हैं.
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, यदि यह समस्या 12 महीने तक रहती है, तो आपको इससे छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए, जबकि यदि यह शिकायत रमजान के दौरान और इफ्तार के बाद होती है, तो इस शिकायत का कारण इफ्तार चिकिन के सेवन के दौरान अधिक है. कुछ आदतों से बचने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.
रमजान के दौरान रोजा खोलने के तुरंत बाद अम्लीय महसूस करना आपको अस्वस्थ महसूस कर सकता है, इसलिए यहां कुछ उपयोगी और आजमाए गए घरेलू उपचार हैंः
- चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा एलोवेरा जेल का उपयोग पाचन तंत्र में सुधार के लिए उपयोगी माना जाता है. वर्जिन ग्रंथि नाराजगी के लिए सबसे अच्छा इलाज है. इसका उपयोग एक कप मात्रा में किया जा सकता है.
- भोजन के बाद थोड़ी मात्रा में सौंफ चबाने से पेट में अम्लीयता की प्रक्रिया को रोकने में मदद मिलती है. सौंफ की चाय घुटकी को स्वस्थ और तरोताजा रखती है. अम्लता को रोकने के लिए सौंफ का पानी भी बनाया और पिया जा सकता है. सौंफ का सेवन पेट फूलने से भी बचाता है.
- हर घर की रसोई में अदरक के उपयोग के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, यह पाचन के लिए सबसे अच्छी दवा माना जाता है. अदरक के एक टुकड़े को चबाने या पेट की अम्लता को कम करने के लिए अदरक की कुछ मात्रा को उबालकर एक कप में डालें. उबलते पानी 15 से 20 मिनट के बाद पिएं.
- दालचीनी भी एसिडिटी का इलाज करती है, जबकि इसका उपयोग न केवल कई खनिज और विटामिन प्रदान करता है, बल्कि गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है. दालचीनी भोजन और अम्लता के बेहतर अवशोषण में मदद करती है. इसे इफ्तार के तुरंत बाद चाय बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.
- बादाम एसिडिटी को दूर करने के लिए एक उपयोगी अखरोट है. बादाम का उपयोग पाचन तंत्र को मजबूत करता है और गैस्ट्रिक एसिडिटी से राहत दिलाता है, बादाम का उपयोग नाराजगी से भी छुटकारा दिलाता है.
- इफ्तार में बीन्स, सब्जियां, फल और काली दाल का उपयोगएसिडिटी से राहत दिलाने में मदद करते हैं. ये खाद्य पदार्थ गैस को भी रोकते हैं.
- एसिडिटी को रोकने के लिए कुचली हुई इलायची और लौंग का इस्तेमाल बेहद उपयोगी होने के साथ-साथ एसिडिटी को भी खत्म करता है, इससे सांसों की बदबू भी दूर होती है.
- रमजान के दौरान उपवास तोड़ने के बाद दूध को अम्लता को रोकने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है. दूध में कैल्शियम पेट में अम्लता प्रक्रिया को रोकता है.
- केले का सेवन, जो वयस्कों के लिए एक सामान्य आहार है, इसमें एसिड रिफ्लक्स को रोकने वाले तत्व होते हैं. केला और सेब का उपयोग गैस्ट्रिक एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए एक बहुत ही सरल टिप है, यानी दिन में सिर्फ एक सेब खाने से एसिडिटी से बचा जा सकता है.
- इफ्तार के दौरान सेब और केले का उपयोग एसिडिटी के खिलाफ बहुत प्रभावी है.