आगराः एक ऐसा स्टोर जहां रमजान में खाने-पीने के सामानों की कीमत कर दी जाती है कम

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 10-04-2021
इन एंड आउट स्टोर के संचालक हाजी मोहम्मद इकबाल
इन एंड आउट स्टोर के संचालक हाजी मोहम्मद इकबाल

 

- इन एंड आउट स्टोर के संचालक हाजी मोहम्मद इकबाल जानते हैं रोजेदार की असली कद्र

- रमजान में और जगहों पर व्यापारी बढ़ा देते हैं चीजों के पैसे, वहीं हाजी इकबाल दाम कम कर देते हैं 20 फीसदी तक

फैजान खान / आगरा

 रमजान आते ही ज्यादातर व्यापारी और दुकानदार खान-पान की चीजों को महंगा कर देते हैं. ये दाम रमजान में कई गुना तक बढ़ जाते हैं, लेकिन आगरा में मोहम्मद हाजी इकबाल रोजे की अहमियत और रोजेदार की कद्र करते हुए खान-पान की चीजों के दामों में कमी कर कर देते हैं. वे कहते हैं कि ये माह कमाई करने का नहींख् बल्कि रोजेदारों की दुआ लेने का है. रमजान के ऑफर की खरीदारी करने के लिए लोग आना शुरू हो गए हैं.

हाजी मोहम्मद इकबाल आगरा के बोदला-सिकंदरा रोड स्थित शहीद कारगिल पेट्रोल पंप पर इन एंड आउट के नाम से स्टोर चलाते हैं, जिसे छोटा मॉल भी कहा जा सकता है.

रमजान के दौरान उनके स्टोर में खजूर से लेकर शर्बत की कई वैरायटी आती हैं, जो शहर में कम ही जगहों पर देखने को मिलती हैं.

रमजान के दौरान वे अपने स्टोर में खानपान की चीजों के 20-30 फीसदी तक रेट को कम कर देते हैं.

उनके स्टोर पर कई तरह की खजूर मिलती हैं, तो रूअफजा के अलावा दूसरे देशों के शरबत भी देखने को मिलते हैं.

हाजी इकबाल बताते हैं हम रमजान में अपने स्टोर से चीजों के दामों में काफी कमी कर देते हैं, जिस दाम पर चीजें पूरे शहर में कहीं भी नहीं मिल सकती. हमारा मकसद रमजान में रोजेदार की खिदमत करना होता है.

उन्होंने बताया कि रमजान में हम पूरी तरह से अपना प्रोफिट खत्म कर देते हैं. इस मुबारक माह में हमारा मकसद पैसा नहीं सवाब कमाना होता है.

हिंदू भी उठाते हैं फायदा

रमजान में हाजी इकबाल अपने स्टोर से खानपान की चीजों की कंपनी रेट पर बिक्री करते हैं. खास बात ये है कि कम रेट सिर्फ मुस्लिमों के ही नहीं, बल्कि हिंदू भाईयों के लिए भी होती है. कोई ये न कहे कि वे एक समुदाय को ही इसका फायदा दे रहे हैं. लोग रमजान में हमारे स्टोर में रेट कम होने का इंतजार करते हैं.

रेट मुलाहिजा कीजिए

हाजी इकबाल के बेटे हाफिज मोहम्मद बिलाल कहते हैं कि हम रूअफजा को 130 रुपये में दे रहे हैं.

आधा किलो कीमिया खजूर 120 रुपये में उपलब्ध है.

पौने दो लीटर माजा 95 की जगह 70 रुपये की बेच रहे हैं.

600 रुपये की 250 ग्राम मिलने वाली अजवा खजूर 400 रुपये में यहां से खरीदी जा सकती है.

पहले 500 ग्राम कलमी खजूर 450 रुपये की मिलती थी, जिसे रमजान में हमने 350 रुपये की कर दी है.

वहीं 750 रुपये की मिलने वाली सफवी खजूर अब 600 रुपये प्रति किलो में दे रहे हैं.