बासित जरगर / श्रीनगर
यहां के लाल बाजार इलाके के एक 49 वर्षीय व्यक्ति ने 1825 से मौजूद सभी सड़कों, जल निकायों और आवासीय क्षेत्रों को दर्शाने वाली राजधानी श्रीनगर की कपड़े पर मैपिंग की है.
पुरस्कार विजेता कलाकार मकबूल जान ने कहा कि उन्हें यह अवधारणा तब मिली, जब उन्हें संग्रहालयों में एक कपड़े का नक्शा देखा, जो सड़ी हुई अवस्था में है.
जान ने कहा, “मुझे उस नक्शे की एक प्रति एक किताब पर मिली, जिस पर मैंने 6/4 आकार के कपड़े पर काम करना शुरू किया. इस नक्शे को पूरा करने में मुझे एक साल का समय लगा. मैं नियमित रूप से 2 से 3 घंटे काम करता था.”
इस कला को बढ़ावा देने की जरूरत है, जिसे सम्मानित संत हजरत मीर सैयद अली हमदानी ने शुरू किया, जिन्हें अमीर कबीर (आरए) के नाम से जाना जाता है.
उन्होंने कहा, “मैंने इस संबंध में हस्तशिल्प विभाग से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. अन्य राज्यों के कई लोगों ने भी अब अपने राज्यों के काम के संबंध में मुझसे संपर्क किया है.”
जान को मिट्टी के बर्तनों की पेंटिंग में भी एक पुरस्कार मिला है और उन्होंने वर्ष 2007 में सात देशों की दक्षिण एशियाई प्रतियोगिता के लिए स्टेट ऑफ ऑनर में स्वर्ण पदक जीता है.