आवाज द वाॅयस /श्रीनगर
कश्मीर घाटी में आतंकवादियों द्वारा हाल में निहत्थे नागरिकों की हत्या कर दहशत फैलाने के मंसूबे को पर्यटक नाकाम करने में लगे हैं. तमाम उत्थल, पुथल के बावजूद कश्मीर में पर्यटकों के आने का सिलसिला थमा नहीं है. देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग कश्मीर आ रहे हैं, जिससे इस उद्योग से जुड़े लोगों को राहत मिली है.
यही नहीं तमाम विपरीत परिस्थियों के पर्यटन विभाग पर्यटकों को लुभाने के लिए नई-नई योजना को सिरे चढ़ाने में लगा है. पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों ने नागरिकों की हत्या की निंदा की. कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकना जरूरी है ताकि कश्मीर में शांति का माहौल न बिगड़े.
जम्मू-कश्मीर होटलियर्स क्लब के अध्यक्ष मुश्ताक अहमद छाया ने कहा कि कश्मीर के लोगों, विशेष रूप से पर्यटन से जुड़े लोगों ने हमेशा घाटी में आगंतुकों का स्वागत किया है. यह परंपरा आज भी जारी है. उन्होंने कहा कि इस उद्योग से जुड़े लोगों के पास पर्यटकों की कश्मीर यात्रा को यादगार बनाने के लिए हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं.
टूरिज्म एसोसिएशन के अध्यक्ष शौकत पख्तून ने मीडिया को बताया कि हाल में हुई हत्या की घटनाओं ने पर्यटन उद्योग के लोगों को अनिच्छुक छोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि हाल में हुई हत्याओं के बाद कश्मीर आने वाले पर्यटकों की संख्या में ज्यादा कमी नहीं आई है, लेकिन भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने की जरूरत है. इससे पर्यटन उद्योग प्रभावित हो सकता है.
ध्यान रहे कि कोविड की स्थिति में सुधार के साथ, जम्मू और कश्मीर में पर्यटकों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले तीन महीनों में 160,000 से अधिक पर्यटक कश्मीर घाटी का दौरा कर चुके हैं.
सितंबर में पर्यटकों की सबसे अधिक संख्या 62,000 थी. जम्मू-कश्मीर पर्यटन विभाग के सचिव सरमद हफीज ने कहा कि हालांकि कश्मीर आने वाले ज्यादातर पर्यटक देश के अलग-अलग राज्यों के हैं, लेकिन विदेशी पर्यटकों ने भी कश्मीर का दौरा करना शुरू कर दिया है. पिछले तीन महीनों में 500 से ज्यादा विदेशी पर्यटक कश्मीर घाटी आ चुके हैं. यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है.
इस बीच, पर्यटन विभाग ने शरद ऋतु और सर्दियों के दौरान घाटी में अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की है. सचिव पर्यटन सरमद हफीज ने कहा कि इस प्रयास के तहत पर्यटन विभाग ने देश के विभिन्न हिस्सों में विशेष रूप से मुंबई, कोलकाता और हैदराबाद में पर्यटन से संबंधित टूर और ट्रैवल ऑपरेटरों के साथ विशेष बैठकें और कार्यक्रम आयोजित किए हैं.
एक दर्जन से अधिक पर्यटक इसमें शामिल हो सकते हैं. कश्मीर का दौरा करने के लिए राजी किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि विभाग विशेष कार्यक्रम और मेलों के आयोजन की तैयारियों में लगा हुआ है. सरमद हफीज ने जानकारी देते हुए कहा कि अगले तीन महीनों के दौरान जम्मू-कश्मीर में 75 स्थानों पर विशेष मेलों का आयोजन किया जाएगा, जिन पर अब तक ज्यादा ध्यान नहीं गया था.
उन्होंने कहा कि कश्मीर में शरद ऋतु के दौरान अताश चिनार के अलावा 400 अलग-अलग रंग के पत्ते कश्मीर के दृश्य को आकर्षक बनाते हैं जो पर्यटकों का पसंदीदा रहा है. उन्होंने कहा कि विभाग कश्मीर घाटी के पंपपुर में केसर और सेब के बागों में विशेष मेलों का आयोजन करने जा रहा है, ताकि पर्यटक केसर के फूल इकट्ठा करने और सेब की कटाई की प्रक्रिया का आनंद उठा सकें.
सचिव पर्यटन ने बताया कि 23 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक सूफी महोत्सव, हाउस बोट मेला समेत कई अन्य कार्यक्रम होंगे जो पर्यटकों को आकर्षित कर सकते हैं.उन्होंने कहा कि जम्मू क्षेत्र में भद्रवाह, बसुली और अन्य स्थानों सहित विभिन्न स्थानों पर विशेष पर्यटन मेलों का आयोजन किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक पर्यटक जम्मू-कश्मीर में आएं.
गौरतलब है कि पर्यटन विभाग ने इस साल सर्दियों के दौरान प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सोनमर्ग को पर्यटकों के लिए खुला रखने के लिए एक बड़े फैसले की घोषणा की है.