श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर सरकार ने कश्मीर में पेपर-मैसी को बढ़ावा देने और क्षेत्र में हस्तशिल्प क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कारीगरों के लिए पहला आम सुविधा केंद्र प्रदान किया है.
सुविधाओं की कमी के कारण पेपर-मैसी कारीगरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, खासकर उन कारीगरों को जो पेपर-मैसी का बेस तैयार कर रहे हैं.
पेपर-मैसी कश्मीर में लोकप्रिय हस्तशिल्प में से एक है. सरकार ने भारतीय कालीन प्रौद्योगिकी संस्थान श्रीनगर में अब इसका पहला सामान्य सुविधा केंद्र स्थापित किया है.
एक कारीगर गुलाम नबी डार ने कहा, ‘हम घर पर काम करते थे. इस सामान्य सुविधा से यहां कई कारीगर आ रहे हैं. अब सभी सुविधाएं एक ही जगह उपलब्ध हैं.
अन्य कारीगरों ने महसूस किया कि इस सुविधा से हस्तशिल्प क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा.
एक कारीगर, क्वासर अहमद शान ने कहा, ‘इस काम को बढ़ावा देने के लिए केंद्र का महत्व है. कोरोना महामारी ने हस्तशिल्प क्षेत्र को प्रभावित किया है. इस सुविधा के साथ, हमें उम्मीद है कि यह क्षेत्र जल्द ही ठीक हो जाएगा.’
आईआईसीटी के निदेशक जुबैर अहमद ने कहा, ‘हमने कारीगरों को उनके व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए ये सुविधाएं प्रदान की हैं. हमने केंद्र के लिए सुचारू संचालन के लिए एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए हैं. इस सुविधा को भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए रखा गया है.’