ह्यूमेन टच ट्रस्ट ने बसाये अनाथों के घर, कराई 1800 सामूहिक शादियां

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 27-10-2021
ह्यूमेन टच ट्रस्ट ने बसाये अनाथों के घर, कराई 1800 सामूहिक शादियां
ह्यूमेन टच ट्रस्ट ने बसाये अनाथों के घर, कराई 1800 सामूहिक शादियां

 

आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
 
गैर सरकारी संगठन ह्यूमेन टच ट्रस्ट देश-समाज के साथ बेहतरीन उदाहरण पेश कर रहा है. अब तक यह 1800 से अधिक अनाथों की सामूहिक शादियां करा चुका है. ह्यूमेन टच ट्रस्ट बैंगलोर, कर्नाटक में स्थित एक निजी गैर-सरकारी संगठन है. यह संगठन 2003 से सामूहिक शादियों का आयोजन करता आ रहा है.
 
ह्यूमेन टच ट्रस्ट के सचिव तजाईयुन ओमर ने कहा, ‘‘लड़कियां और लड़के बहुत पिछड़े और गरीब समुदाय से आते हैं. उनकी मां को उनकी शादी की व्यवस्था करने में मुश्किल होती है, इसलिए हम उनकी शादी की व्यवस्था करते हैं. जोड़े को सभी आवश्यक चीजें प्रदान करते हैं ताकि अपने जीवन को आसानी से शुरू कर सकें. एक शादी पर तकरीबन 65,000 रुपये खर्च किए जाते हैं.
 
वह बताते हैं कि शादी के आयोजन पर फजूलखर्ची नहीं की जाती. लोगों को यह समझाता हूं और उनके बचे हुए पैसे से अनाथों की शादियों कराता हूं.
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सामूहिक शादियां गरीबों की मदद करने और जोड़े और उनके परिवारों को खुशी देने के लिए संगठन का एक विनम्र प्रयास है. वे दुल्हन के लिए एक नया घर शुरू करने के लिए आवश्यक वस्तुओं के साथ पोशाक भी प्रदान करते हैं.
ह्यूमेन टच ने सामूहिक शादियों से लगभग 2000 जोड़ों को मुस्कान के साथ अपना नया जीवन शुरू करने में मदद की है. इस अवधारणा को देश भर में कई संगठनों ने अपनाया है.
 
इलियास बेग दूल्हा, जो पेशे से बढ़ई है, चिक्कबल्लापुर से बंगलौर तक अपनी शादी के लिए आया था, उसने मानवीय सेवा के लिए ह्यूमेन टच ट्रस्ट को धन्यवाद दिया.
 
सामूहिक शादियों के अलावा, ट्रस्ट बच्चों को शिक्षित और सशक्त बनाने के लिए चिकित्सा शिविर आयोजित करके, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके चिकित्सा सहायता भी प्रदान करता है. ट्रस्ट की एक माइक्रोफाइनेंस इकाई भी है जहां यह महिला उद्यमियों को माइक्रो लोन के माध्यम से सहायता प्रदान करती है और उद्यमिता कौशल प्रदान करती है.