Working with full enthusiasm for the overall development of border areas: Rajnath Singh
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
रक्षा मंत्री Rajnath Singh ने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार सीमांत इलाकों, विशेष रूप से Border Roads Organisation (BRO) के माध्यम से, संचार और कनेक्टिविटी मजबूत करने की दिशा में “पूरा उत्साह” लेकर काम कर रही है। लेह में BRO प्रोजेक्ट्स के उद्घाटन समारोह के दौरान उन्होंने इस प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया।
उन्होंने बताया कि हाल ही में आयोजित Chanakya Defence Dialogue में उन्होंने लद्दाख में 200 किलोवॉट की ग्रीन-हाइड्रोजन आधारित माइक्रोग्रिड पावर प्लांट का उद्घाटन किया, जो न सिर्फ़ लद्दाख बल्कि आसपास के क्षेत्रों के लिए भी फायदेमंद साबित होगी। Singh ने कहा, “हमari सरकार, हमारी सेना, और BRO — सब आपके दिलों से जुड़े हुए हैं; बस हमें इस बंदन को और मजबूत करना है।”
रक्षा मंत्री ने BRO की तारीफ़ की कि सीमांत इलाकों में जिस गति और कुशलता के साथ वे इंफ्रास्ट्रक्चर बना रहे हैं, उसने राष्ट्रीय विकास को मजबूती दी है। उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी, सिर्फ तकनीकी सुविधा नहीं, बल्कि सामाजिक और सभ्यात्मक विकास की आधारशिला है — जिससे लोकतांत्रिक मूल्य, सांस्कृतिक विविधता और वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा मिलता है।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सीमांत इलाकों में बने सड़क-पुल-सुरंगें सिर्फ यात्रा के साधन नहीं, बल्कि सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, मानव तैनाती और आपदा प्रबंधन की “लाइफलाइन” हैं। आज उद्घाटन की गई Shyok Tunnel इसका अहम उदाहरण है। Singh ने कहा कि इन परियोजनाओं से वहाँ के युवाओं को रोजगार मिलेगा, पर्यटन बढ़ेगा, आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी और स्थानीय लोगों का सरकारी व्यवस्था व लोकतंत्र में विश्वास मजबूत होगा।
उन्होंने आगे कहा कि, बढ़ती कनेक्टिविटी सीमांत क्षेत्रों में सुरक्षा-लॉजिस्टिक्स को सुदृढ़ करती है — जहाँ सैनिक दुर्गम इलाकों में भी समय पर पहुँच, संचार और रसद सुनिश्चित कर सकते हैं। उनका मानना है कि “कनेक्टिविटी = सुरक्षा + विकास + समानता” है।