लक्षद्वीप में ऐसा क्या हुआ कि बटोरने लगा सुर्खियां

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 08-06-2021
लक्षद्वीप में ऐसा क्या हुआ कि बटोरने लगा सुर्खियां
लक्षद्वीप में ऐसा क्या हुआ कि बटोरने लगा सुर्खियां

 

मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली / कोच्चि

कुछ बातों को लेकर हाल में विवादों में रहा लक्षद्वीप, अब एक अन्य मामले को लेकर सुर्खियों में है. इसके एक कलेक्टर की बदौलत यहां से सीधे जापान के लिए प्रीमियम गुणवत्ता वाली टूना मछली का निर्यात शुरू किया दिया है. 
 
स्थानीय मछुआरों की आजीविका को बनाए रखने के लिए लक्षद्वीप प्रशासन ने जापान को प्रीमियम गुणवत्ता वाली टूना मछली के निर्यात की खातिर निजी भागीदार की भूमिका निभाने का फैसला किया है.
 
टूना की पहली ट्रायल खेप शनिवार को अगत्ती हवाई अड्डे से बेंगलुरु के लिए भेजी गई. इस सफल परीक्षण के साथ, अगत्ती से बेंगलुरू और फिर जापान के शहर टोक्यो के लिए प्रतिदिन पांच टन क्षमता वाले विशेष कार्गो उड़ान की व्यवस्था की गई. 
 
लक्षद्वीप के कलेक्टर एस असकर अली ने कहा कि रोजाना एक चार्टर्ड फ्लाइट बेंगलुरु से अगत्ती तक आवश्यक वस्तुएं लाएगी और टूना मछली के साथ लौट जाएगी.
 
गौरतलब है, 20,000 से अधिक वर्ग किमी के जल क्षेत्र जल, लक्षद्वीप में टूना मछली पकड़ने की उच्चतम क्षमता है. 60 प्रतिशत से अधिक आबादी आजीविका के लिए मछली पकड़ने पर निर्भर है. द्वीपों के 12,500 घरों में से लगभग 7,197 पंजीकृत मछुआरे 2158 मशीनीकृत और मोटर चालित मछली पकड़ने वाली नौकाओं का संचालन करते हैं. 
 
सेंट्रल मरीन फिशरीज रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीएमएफआरआई) के आंकड़ों के अनुसार, लक्षद्वीप में 1 लाख टन टूना निर्यात करने की क्षमता है.लक्षद्वीप पूरी तरह से जैविक क्षेत्र है, जो किसी भी प्रदूषणकारी उद्योगों से रहित है. समुद्री संसाधन हानिकारक दूषित पदार्थों से मुक्त हैं. लक्षद्वीप के टूना में हिस्टामाइन की मात्रा सबसे कम होती है.
 
लक्षद्वीप में मछली को संसाधित करने के लिए आइस प्लांट या कोल्ड स्टोरेज सहित बुनियादी ढांचागत सुविधाएं नहीं हैं. प्रशासन ने हाल में मछली निर्यात को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी ढांचे तैयार करने को महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. इसके तहत मिनिकॉय, अगत्ती और अमिनी द्वीप समूह में जर्मन प्रौद्योगिकी वाले तीन बड़े कंटेनरीकृत बर्फ संयंत्र स्थापित किए गए हैं. विभिन्न द्वीपों पर लगभग 20 टन कोल्ड स्टोरेज की सुविधा उपलब्ध कराई गई.
 
लक्षद्वीप प्रशासन ने हाल में कोच्चि में लक्षद्वीप टूना एक्सपोर्टर्स एंड स्टेकहोल्डर्स मीट का आयोजन किया था, जिसमें केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और गोवा के लगभग 50 निर्यातकों ने भाग लिया था. सशमी फूड प्राइवेट लिमिटेड, बेंगलुरू स्थित एक यूरोपीय कंपनी है, जो एयर कार्गो के जरिए सीधे जापान तक ताजा टूना निर्यात करेगी. कलेक्टर अली ने बताया कि कंपनी को जापान को मछली उत्पादों के निर्यात का अनुभव है.
 
कंपनी के विपणन प्रमुख और उनकी टीम मई के तीसरे सप्ताह में अगत्ती आए थे. उन्हांेने मछुआरों और उनकी सहकारी समिति को स्वच्छता से मछली पकड़ने के तरीकों,पैकेजिंग और सामग्री को अगत्ती तक परिवहन के जरिए पहुंचाने का प्रशिक्षण दिया था. प्रशासन ने मत्स्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम को अगत्ती द्वीप पर पूरी प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए प्रतिनियुक्त किया है.
 
कंपनी ने मानसून के दौरान अगत्ती हवाई अड्डे से बेंगलुरु तक मछली के परिवहन के लिए रियायती दर पर हवाई सुविधा पहुंचाने के लिए समझौता किया है. अभी कोरोना के कारण पर्यटन बंद होने से यात्रियों की संख्या न्यूनतम हो गई है.
 
प्रशासन ने 15 सितंबर के बाद एयर कार्गो के जरिए टूना के निर्यात का फैसला लिया है. इसके लिए, मछुआरे सहकारी समितियों और निर्यातकों को शामिल करते हुए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. कलेक्टर असकर अली ने कहा कि इस पहल से मछुआरों को बेहतर मूल्य मिलेगा. प्रीमियम टूना को लेकर लक्षद्वीप के लिए नए बाजार खुलेंगे जिससे बेहतर रोजगार और आजीविका के अवसर पैदा होंगे.