आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
भारत के छात्र संगठन “मुस्लिम स्टुडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया यानी एमएसओ ने पड़ोसी बांग्लादेश में हालियाधार्मिक हिंसा की आलोचना की है. साथ ही इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर अंकुश लगाने की मांग की है.
एमएसओ का कहना है कि हिंसा के पीछे कट्टरपंथी संगठनों का हाथ है. एमएसओ ने पीड़ितांे को न्याय दिलाने की मांग की है. एमएसओ ने नई दिल्ली में एक बयान जारी कर कहा कि बांग्लादेश के कोर्मला शहर से शुरू हुई धार्मिक हिंसा के पीछे हिंदू-मुस्लिम सौहार्द को नष्ट करना है. इसके लिए बांग्लादेश की जमाते इस्लामी जिम्मेदार है. यह धर्मनिरपेक्षता की बजाय कट्टरवाद को आगे बढ़ा रही है.
एमएसओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शुजाअत अली कादरी ने कहा कि बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार लगातार सौहार्द कायम करने को प्रयासरत है. शेख हसीना भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों को लेकर आगे बढ़ रही हैं. इन परिस्थितियों में बांग्लादेश के कट्टरवादी तत्व हताश हैं और गड़बड़ी फैलाना चाहते हैं.
कट्टरपंथियों के एजेंडे को पूरा करने के लिए वहाबी तत्वों ने दुर्गा पूजा के समय हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया. पूजा में बाधा डाली और हत्याएं की. यह सरासर अन्याय पूर्ण और अनुचित है.उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश के सौहार्दपूर्ण संबंधों को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा. आशा व्यक्त की कि भारत और बांग्लादेश के संबंध पहले जैसे ही बने रहेंगे.