उत्तराखंड के नए सीएम पुष्कर सिंह धामी

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 2 Years ago
पुष्कर सिंह धामी
पुष्कर सिंह धामी

 

आवाज द वाॅयस / देहरादून 

उत्तराखंड के भाजपा विधायक दल ने नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मोहर लगा दी है. वे  कल शाम 5 बजे शपथ ग्रहण करेंगे.

तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे के बाद कई नाम सीएम पद के लिए चर्चा में थे. अंततः युवा भाजपा विधायक धामी के नाम पर सहमति बनी.

धामी उत्तरांखड के भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष हैं और वर्तमान में विधायक हैं. वे खटीमा क्षेत्र से दो बार विधायक चुने गए हैं.

धामी आरएसएस के नजदीकी भी माने जाते हैं.  

धामी के अलावा इस दौड़ में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल और त्रिवेंद्र सिंह रावत भी दौड़ में शामिल थे.

उत्तराखंड : आज मिल सकता है पांच साल में तीसरा मुख्यमंत्री

 
देहरादून. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के शुक्रवार देर रात इस्तीफा देने के कारण आज इस सूबे के नए मुख्यमंत्री का ऐलान हो सकता है. उनके इस्तीफे के बाद शनिवार शाम उत्तराखंड के भारतीय जनता पार्टी के विधायकों की बैठक बुलाई गई है ताकि नए नेता का चयन किया जा सके. तीरथ सिंह के इस्तीफे के बाद भाजपा उत्तराखंड में पांच वर्ष में तीसरा मुख्यमंत्री देने जा रही है.
 
उल्लेखनीय है कि तीरथ सिंह रावत ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. इसकी वजह उप चुनाव नहीं होने से संवैधानिक संकट बताया जा रहा है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने इसे झूठ करार दिया है.
 
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का कहना है कि कोविड महामारी की वजह से उपजे हालात के कारण प्रदेश में उपचुनाव  नहीं हो सका. इस लिए संवैधानिक मजबूरी के कारण इस्तीफा दे रहा हूं. उन्होंने इस बारे में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र भी लिखा है. तीरथ सिंह रावत शुक्रवार को देर शाम प्रदेश के राज्यपाल से मिले थे. वह अभी विधानसभा के सदस्य नहीं हैं. वह तकरीबन चार महीने मुख्यमंत्री पद पर रहे.
 
उधर, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है, ‘‘दूसरों का इस्तीफा दिलाकर वह कहीं से भी  चुनाव लड़ सकते थे. लेकिन कानून की पूरी जानकारी के अभाव में, राज्य पर एक और मुख्यमंत्री थोप दिया गया. पांच साल में, भाजपा तीन मुख्यमंत्री दे रही है.
 
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री  तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. रावत ने कहा, ‘‘मैंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. संवैधानिक संकट को देखते हुए, मुझे लगा कि मेरे लिए इस्तीफा देना सही है. मैं केंद्रीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे अब तक हर अवसर दिया है.‘‘ 
 
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने के कुछ घंटे बाद उन्होंने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को अपना इस्तीफा सौंप दिया. रावत के इस्तीफे के तुरंत बाद उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने ट्वीट किया, ‘‘उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राजभवन में मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया.‘‘
 
त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभालने के चार महीने से भी कम समय बाद इस्तीफा आया. तीरथ सिंह रावत गढ़वाल से सांसद हैं.उत्तराखंड में उपचुनाव को लेकर अनिश्चितता के बीच इस्तीफा आया है, जहां अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होंगे.
 
इस साल 10 मार्च को मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभालने वाले रावत को छह महीने के भीतर राज्य विधानसभा के लिए चुना जाना था, लेकिन उपचुनाव होने की कोई निश्चित नहीं है, जिससे राज्य में राजनीतिक अनिश्चितता पैदा हो गई है.
 
विधानसभा चुनाव के छह महीने के भीतर उपचुनाव नहीं कराने के मानदंडों के अलावा, उपचुनाव के निर्णय में कोविड-19 की स्थिति भी एक स्पष्ट कारक थी. विधानसभा चुनाव अब भाजपा के नए नेता के नेतृत्व में होने की उम्मीद है. राज्य को लगभग चार महीनों में अपना तीसरा मुख्यमंत्री मिलने की संभावना है.
 
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक दल की बैठक शनिवार को देहरादून में होने वाली है. उत्तराखंड के मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि पार्टी विधायकों की बैठक प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की अध्यक्षता में होगी.
 
चैहान ने कहा, ‘भाजपा विधायक दल की बैठक शनिवार दोपहर तीन बजे पार्टी मुख्यालय में होनी है. बैठक प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की अध्यक्षता में होगी.‘उत्तराखंड के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता नवप्रभात ने इस सप्ताह की शुरुआत में चुनाव आयोग को पत्र लिखकर राज्य में उपचुनावों के संबंध में ‘‘भ्रम को दूर करने‘‘ का आग्रह किया था.कांग्रेस नेता ने जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 151ए का हवाला दिया.