उत्तराखंड हेलीकॉप्टर हादसा: रोटर ब्लेड के ओवरहेड केबल से टकराने के बाद खाई में गिरा था चॉपर

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 20-07-2025
Uttarakhand helicopter accident: Chopper fell into a ditch after the rotor blade hit the overhead cable
Uttarakhand helicopter accident: Chopper fell into a ditch after the rotor blade hit the overhead cable

 

नई दिल्ली

उत्तराखंड में मई महीने में हुए हेलीकॉप्टर हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जारी कर दी गई है। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) के अनुसार, दुर्घटना से पहले हेलीकॉप्टर का मुख्य रोटर ब्लेड (मेन रोटर ब्लेड) एक ओवरहेड फाइबर केबल से टकरा गया था। टकराने के बाद चॉपर नियंत्रण खो बैठा और पहाड़ी ढलान से लुढ़कते हुए एक पेड़ के सहारे जाकर रुक गया। इस हादसे में छह लोगों की मौत हुई थी।

24 मिनट में हुआ हादसा

AAIB की शनिवार को जारी पांच पन्नों की रिपोर्ट के मुताबिक, यह 17 साल पुराना बेल-407 हेलीकॉप्टर (Bell 407), जो एयरोट्रांस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित था, 8 मई को सुबह 8:11 बजे खरसाली हेलिपैड से उड़ान भरने के 24 मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
गंगनानी (उत्तरकाशी) में सुबह 8:35 बजे यह हादसा हुआ। इसमें पायलट समेत पांच यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक यात्री गंभीर रूप से घायल हुआ।

लैंडिंग के दौरान टकराया रोटर ब्लेड

जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि 20 मिनट की उड़ान के बाद हेलीकॉप्टर अपनी तय ऊंचाई से नीचे आ रहा था।
"प्रारंभिक जांच से पता चला है कि पायलट ने गंगनानी (उत्तरकाशी) के पास उत्तरकाशी-गंगोत्री रोड (NH-34) पर लैंडिंग की कोशिश की थी। लैंडिंग के प्रयास के दौरान हेलीकॉप्टर का मेन रोटर ब्लेड सड़क के समानांतर चल रहे ओवरहेड फाइबर केबल से टकरा गया।"

खाई में 250 फीट नीचे गिरी मशीन

रिपोर्ट के मुताबिक, टकराव के बाद हेलीकॉप्टर ने सड़क किनारे लगे कुछ धातु के बैरिकेड्स को भी नुकसान पहुंचाया। इसके बाद चॉपर संतुलन खो बैठा और 250 फीट गहरी खाई में गिरते हुए एक पेड़ के पास जाकर अटक गया।
गनीमत रही कि हादसे के बाद आग नहीं लगी, लेकिन हेलीकॉप्टर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।

अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां भी जांच में शामिल

रिपोर्ट में बताया गया है कि इस बेल-407 हेलीकॉप्टर को 2008 में बनाया गया था और यह रोल्स रॉयस इंजन से लैस था।
हादसे की गहन जांच के लिए अमेरिका के नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) और कनाडा के ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड ने भी तकनीकी सलाहकार नियुक्त किए हैं।