‘यूपी+ योगी =बहुत उपयोगी’, गंगा एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखकर पीएम मोदी बोले

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 18-12-2021
नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

 

राकेश चौरासिया / नई दिल्ली-शाहजहांपुर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज-काज पर संतुष्टि जताते हुए आज एक नया नारा दिया - ‘यूपी + योगी =बहुत उपयोगी’. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह नारा हिट होने वाला है, क्योंकि मोदी के इस नारे के बाद सभा में ही लोग दोहराने लगे.

उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी में सुधार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे की आधारशिला रखी.

इस अवसर पर पीएम मोदी एक सभा में लोगों को संबांधित कर रहे थे. उन्होंने कहा योगी जी के नेतृत्व में यहां सरकार बनने से पहले, पश्चिम यूपी में कानून-व्यवस्था की क्या स्थिति थी, इससे आप भलीभांति परिचित हैं. पहले यहां क्या कहते थे? ‘दिया बरे तो घर लौट आओ!’ क्योंकि सूरज डूबता था, तो कट्टा लहराने वाले सड़कों पर आ धमकते थे.

पीएम मोदी ने पिछली सरकारों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हमारे यहां कुछ राजनीतिक दल ऐसे रहे हैं जिन्हें देश की विरासत से भी दिक्कत है और देश के विकास से भी. देश की विरासत से दिक्कत है, क्योंकि इन्हें अपने वोटबैंक की चिंता ज्यादा सताती है. देश के विकास से दिक्कत है, क्योंकि गरीब की, सामान्य मानवी की इन पर निर्भरता दिनों-दिन कम हो रही है. जो भी समाज में पीछे है, पिछड़ा हुआ है, उसे सशक्त करना, विकास का लाभ उस तक पहुंचाना, हमारी सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि यही भावना हमारी कृषि नीति में, किसानों से जुड़ी नीति में भी दिखती है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि इन लोगों को काशी में बाबा विश्वनाथ का भव्य धाम बनने से दिक्कत है. इन लोगों को अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनने से दिक्कत है. इन लोगों को गंगा जी के सफाई अभियान से दिक्कत है.

सेना की कार्रवाई पर भी दिक्कत

उन्होंने कहा कि यही लोग हैं, जो आतंक के आकाओं के खिलाफ सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाते हैं. यही लोग हैं जो भारतीय वैज्ञानिकों की बनाई मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन को कठघरे में खड़ा कर देते हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि आप याद करिए पांच साल पहले का हाल. राज्य के कुछ इलाकों को छोड़ दें, तो दूसरे शहरों और गांव-देहात में बिजली ढूंढे नहीं मिलती थी. डबल इंजन की सरकार ने ना सिर्फ यूपी में करीब 80लाख मुफ्त बिजली कनेक्शन दिए, बल्कि हर जिले को पहले से कई गुना ज्यादा बिजली दी जा रही है. उन्होंने कहा कि जब पूरा यूपी एक साथ बढ़ता है, तो देश आगे बढ़ता है. इसलिए डबल इंजन की सरकार का फोकस यूपी के विकास पर है. सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र के साथ हम यूपी के विकास के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि यूपी में आज जो आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है वो ये दिखाता है कि संसाधनों का सही उपयोग कैसे किया जाता है. पहले जनता के पैसे का क्या-क्या इस्तेमाल हुआ है ये आप लोगों ने भली-भांति देखा है. लेकिन आज उत्तर प्रदेश के पैसे को उत्तर प्रदेश के विकास में लगाया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि ये जो आज यूपी में एक्सप्रेसवे का जाल बिछ रहा है, जो नए एयरपोर्ट बनाए जा रहे हैं, नए रेलवे रूट बन रहे हैं, वो यूपी के लोगों के लिए अनेक वरदान एक साथ लेकर आ रहे हैं. पहला वरदान- लोगों के समय की बचत. दूसरा वरदान- लोगों की सहूलियत में बढोतरी, सुविधा में बढोतरी. तीसरा वरदान- यूपी के संसाधनों का सही उपयोग. चौथा वरदान- यूपी के सामर्थ्य में वृद्धि. पांचवा वरदान- यूपी में चौतरफा समृद्धि.

उन्होंने कहा कि माँ गंगा सारे मंगलों की, सारी उन्नति प्रगति की स्रोत हैं. मां गंगा सारे सुख देती हैं, और सारी पीड़ा हर लेती हैं. ऐसे ही गंगा एक्सप्रेसवे भी यूपी की प्रगति के नए द्वार खोलेगा.

उन्होंने कहा कि कल ही पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खान, ठाकुर रौशन सिंह का बलिदान दिवस है. अंग्रेजी सत्ता को चुनौती देने वाले शाहजहांपुर के इन तीनों सपूतों को 19दिसंबर को फांसी दी गई थी. भारत की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर देने वाले ऐसे वीरों का हम पर बहुत बड़ा कर्ज है. रेहड़ी-पटरी वाले हमारी अपनी ही यात्रा के अंग है, इनकी मुसीबतों को हम हर पल देखेंगे. उनके लिए हम पीएम स्वनिधि योजना लाए हैं. यह योजना बहुत ही उत्तम है. आप अपने नगर में उनकी लिस्ट बनाइए और उनको मोबाइल फोन से लेन-देन सिखा दीजिए.

हमारे विकास के मॉडल में एमएसएमई यानि लघु एवं कुटीर उद्योगों को कैसे बल मिले, इस पर विचार करने की जरूरत है. हमें शहर को वाइब्रेंट इकॉनोमी बनाना चाहिए. हमारा शहर स्वच्छ रहे और स्वस्थ भी रहे, ये हमारा प्रयास होना चाहिए. हमारे देश में ज्यादातर शहर पारंपरिक शहर ही हैं, पारंपरिक तरीके से ही विकसित हुए हैं. आधुनिकीकरण के इस दौर में हमारे इन शहरों की प्राचीनता भी उतनी ही अहमियत है.

गंगा एक्सप्रेसवे

गंगा एक्सप्रेसवे के उद्घाटन समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद थे.

प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर कहा, ‘यह एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना है जो पूरे उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी में सुधार करेगी. इससे आर्थिक विकास और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.’

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, एक्सप्रेसवे के पीछे प्रेरणा देश भर में तेज गति से कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए प्रधान मंत्री की दृष्टि है.

594किलोमीटर लंबे छह लेन वाले एक्सप्रेसवे को 36,200करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया जाएगा.

मेरठ के बिजौली गांव के पास से शुरू होकर यह एक्सप्रेस-वे प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव तक जाएगा. यह मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगी.