यूपीः मदरसों में बंटेगी उर्दू में पीएम की ‘मन की बात’: बासित अली

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 23-03-2023
 बासित अली
बासित अली

 

 

लखनऊ. भाजपा मुसलमानों के नजदीक जाने के लिए उत्तर प्रदेश में मदरसों और इस्लामिक विद्वानों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ का उर्दू में अनुवाद का संकलन वितरित करेगी. उत्तर प्रदेश भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने वर्ष 2022 के लिए प्रधानमंत्री के रेडियो कार्यक्रम की 12 कड़ियों का संकलन किया है.

बासिल अली ने कहा कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम के बारह एपिसोड का उर्दू में अनुवाद किया गया है और इसे एक पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया जाएगा. इसमें जनवरी से दिसंबर 2022 तक के एपिसोड को शामिल किया गया है. इसे मैंने संकलित किया है और मेरठ के ताबिश फरीद ने इसका अनुवाद किया है.’’ उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि किताब रमजान के दौरान तैयार और छपी होगी. इस किताब को एक लाख लोगों तक पहुंचाने का लक्ष्य है.

इस किताब में दारुल उलूम देवबंद और नदवतुल उलेमा जैसे इस्लामिक शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों के बधाई संदेशों को भी शामिल किया गया है. पुस्तक बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं होगी. इसे उत्तर प्रदेश के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में उपहार के रूप में वितरित किया जाएगा. भाजपा के राज्य अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता इस पुस्तक को प्रमुख मदरसों, इस्लामी विद्वानों, उर्दू शिक्षकों और उलेमाओं को उपहार के रूप में देंगे.

अली ने कहा कि इस कवायद का मकसद मुस्लिम समुदाय के बीच प्रधानमंत्री के संदेशों को फैलाना है. उन्होंने कहा, ‘‘कई बार ऐसा होता है कि मुस्लिम समुदाय के लोग प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ नहीं सुन पाते, जिसमें हमेशा समाज की भलाई के लिए एक गहरा संदेश छिपा होता है.’’

अली ने कहा कि रेडियो कार्यक्रम में, प्रधान मंत्री अक्सर सरकार की विभिन्न योजनाओं और पहलों के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले लोगों का उल्लेख करते हैं. इस पुस्तक को प्रकाशित करने का उद्देश्य यह है कि मुस्लिम समुदाय भी लाभान्वित हो और प्रधानमंत्री के संदेशों से प्रेरित हो.

गौरतलब है कि पसमांदा मुसलमानों को जोड़ने के लिए सम्मेलन आयोजित करने के बाद भाजपा अप्रैल में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुस्लिम बहुल लोकसभा क्षेत्रों में ‘स्नेह मिलन- एक देश, एक डीएनए’ सम्मेलन की तैयारी कर रही है.

 

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