फिरोज खान / देवबंद
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद से महज तीन किलोमीटर दूर मुस्लिम बहुल गांव मनकी में स्वतंत्रता दिवस की तैयारियां जोरों पर हैं.
पहली बार मानकी गांव में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण के लिए जामा मस्जिद के गेट पर 58फुट ऊंचा खंभा लगाया गया है.
15 अगस्त 2021 को स्थानीय विधायक कंवर बुर्जेश सिंह और ग्राम प्रधान ममूर हसन कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे.
देवबंद क्षेत्र के मदरसे पहले से ही स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडे लहराते रहे हैं, लेकिन यह पहली बार है कि जब किसी मस्जिद के द्वार पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा.
इसे राजनीतिक पैंतरेबाजी कहें या देशभक्ति, यह मुद्दा इन दिनों क्षेत्र के लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.
इस संबंध में भाजपा एमएल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पूरे देश में यही भावना है और इसी को देखते हुए मनकी गांव के निवासियों ने तय किया है कि 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा.
उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के बाद लोगों में देशभक्ति की भावना बढ़ी है. हम इसकी सराहना करते हैं. हमने सर्जिकल स्ट्राइक की, जिसके बाद देश के लोगों में देशभक्ति की भावना बढ़ी है. लोग झंडा फहराने के लिए जरूर जाएंगे.
मानकी ग्राम प्रधान ममूर हसन ने कहा कि स्थानीय भाजपा विधायक कंवर बुर्जेश सिंह स्वतंत्रता दिवस पर मस्जिद के द्वार पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे.
ममूर हसन के मुताबिक, पहले से ही मस्जिदों और मदरसों में झंडा फहराया जा रहा है. यह पहली बार है कि मानकी जामा मस्जिद में झंडा फहराया जाएगा.
उन्होंने कहा कि इसमें कुछ भी गलत या राजनीति नहीं है, उन्होंने कहा कि मस्जिदों और मदरसों ने भी देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी थी.
दारुल उलूम अशरफिया देवबंद के अधीक्षक मौलाना सलेम अशरफ कासमी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हम स्वतंत्रता दिवस मनाने के खिलाफ नहीं हैं, झंडा फहराया जाना चाहिए, लेकिन मस्जिदें अल्लाह का घर हैं, जो शुद्ध पूजा के लिए है. राजनीतिक उद्देश्यों के लिए इसका इस्तेमाल करना उसूल के खिलाफ है. जो उनकी गरिमा और महानता के लिए किसी भी सूरत में सही नहीं है.
उन्होंने कहा कि अगर यह परंपरा शुरू हुई, तो इससे मस्जिदों को बहुत नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि अगर किसी मस्जिद पर झंडा फहराया जाता है, तो उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है. इसका इस्तेमाल केवल इबादत के लिए किया जाना चाहिए न कि राजनीतिक लाभ के लिए.
उन्होंने जामिया मस्जिद और गांव के अधिकारियों से ऐसा न करने की अपील की.