लालकिले से प्रधानमंत्री ने कहा, अगले 25 साल की हमारी यात्रा नए भारत के निर्माण का अमृत है

Story by  मंजीत ठाकुर | Published by  [email protected] | Date 15-08-2021
लाल किले पर प्रधानमंत्री
लाल किले पर प्रधानमंत्री

 

आवाज- द वॉयस/ नई दिल्ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ऐतिहासिक लाल किले पर देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में तिरंगा फहराया.मोदी द्वारा तिरंगा फहराने के तुरंत बाद, राष्ट्रगान बजाया गया और भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने आसमान से फूल बरसाए.

दिल्ली के लाल किले परिसर को रंग-बिरंगे फूलों और असंख्य राष्ट्रीय झंडों से सजाया गया था.

लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह सही  समय है जब देश को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने और खाद्य उत्पादन बढ़ाने के लिए देश को कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिक अनुसंधान और सुझावों को लागू किया जाए.

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि देश को छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को बढ़ाना चाहिए और उन्हें देश का गौरव बनाना चाहिए. राष्ट्रीय राजधानी में लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री ने कहा: "यह समय है कि हम अपने कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिक अनुसंधान और सुझावों को लागू करें. हमें इसके सभी लाभों को प्राप्त करने की आवश्यकता है. यह केवल राष्ट्र को खाद्य सुरक्षा प्रदान नहीं करेगा. , लेकिन इससे खाद्य उत्पादन में भी वृद्धि होगी."

प्रधानमंत्री ने कहा, "देश में 80 प्रतिशत से अधिक किसानों के पास 2 हेक्टेयर से कम भूमि है. अब इन छोटे किसानों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिए जा रहे हैं. किसान सम्मान निधि योजना छोटे किसानों के छोटे खर्चों का ख्याल रखती है. रुपये से अधिक अब तक 10 करोड़ से अधिक किसान परिवारों के बैंक खातों में 1.5लाख करोड़ रुपये सीधे जमा किए जा चुके है.”

उन्होंने आगे कहा, "आने वाले वर्षों में हमें देश के छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को बढ़ाना होगा. हमें उन्हें नई सुविधाएं देनी होंगी. उन्हें देश का गौरव बनना होगा."

"हर देश की विकास यात्रा में एक समय ऐसा आता है, जब वह देश खुद को फिर से परिभाषित करता है, नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ता है. आज भारत की विकास यात्रा में वह समय आ गया है... यहीं से शुरू होकर अगले 25 वर्षों की यात्रा है नए भारत के निर्माण का 'अमृत'. इस 'अमृत काल' में हमारे संकल्पों की पूर्ति हमें आजादी के 100 साल तक ले जाएगी."

स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की ऐतिहासिक प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के ओलंपियनों की प्रशंसा की.दर्शकों में मौजूद ओलंपियनों की ओर देश का ध्यान आकर्षित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "टोक्यो ओलंपिक में जिन एथलीटों ने हमें गौरवान्वित किया है, वे आज हमारे बीच हैं.मैं देश से आज उनकी उपलब्धि की सराहना करने का अनुरोध करता हूं.उन्होंने न केवल हमारा दिल जीता है बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित किया है."

संभवत: पहली बार प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम पारंपरिक संबोधन के दौरान, खेल समुदाय का इतना बड़ी उपस्थिति मौजूद है.स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा सहित 240 ओलंपियन, उनके सहयोगी स्टाफ, और भारतीय खेल प्राधिकरण और खेल महासंघ के अधिकारी प्रधानमंत्री को सुनने के लिए उपस्थित थे.