कारगिल में लगा तीन दिवसीय स्वास्थ्य शिविर, 350 मरीजों के हृदय रोगों की हुई जांच

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 12-07-2022
कारगिल में लगा तीन दिवसीय स्वास्थ्य शिविर, 350 मरीजों के हृदय रोगों की हुई जांच
कारगिल में लगा तीन दिवसीय स्वास्थ्य शिविर, 350 मरीजों के हृदय रोगों की हुई जांच

 

साबिर हुसैन/ कारगिल ( लद्दाख )
 
दिल्ली-एनसीआर के शहर गुरूग्राम के पारस अस्पताल की ओर से कारगिल के कुर्बाथांग जिला अस्पताल में तीन दिवसीय स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया. इस शिविर में करीब साढ़े तीन सौ लोगों ने स्वास्थ्य संबंधी जानकारी हासिल की और इनमें से 25 को आगे के इलाज के लिए रेफर किया गया.
 
इस तीन दिवसीय स्वास्थ्य शिविर के आयोजन में ड्रीम 4ए चेंज, एलएएचडीसी, कारगिल और स्वास्थ्य विभाग कारगिल ने भरपूर सहयोग दिया.पारस अस्पताल के कार्डियक सर्जन डॉ महेश वाधवानी ने बताया कि उनकी टीम कारगिल में 350 जांच किए गए मामलों में से बहुत संतुष्ट थी, जिसमें से 25 की शल्य चिकित्सा के लिए  सिफारिश की गई है
.
उन्होंने आगे कहा कि बच्चों की सर्जरी का खर्च जेनेसिस फाउंडेशन नामक संस्था द्वारा वहन किया जाएगा. आश्वासन दिया कि वह व्यस्कों की सर्जरी के लिए भी फंड ढूंढेंगे.यह कारगिल में तीसरा शिविर है जो वे कर रहे हैं और एलएएचडीसी कारगिल और शाहनवाज वार के ड्रीम 4ए चेंज फाउंडेशन के समर्थन के बिना इतना सफल शिविर आयोजित करना संभव नहीं था.
camp
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद देते हुए डॉ वाधवानी ने कहा कि  शिविर के दौरान कुराबथांग 300 बिस्तरों वाला अस्पताल  बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाती है.
 
उन्होंने कहा कि  यह जानकर प्रसन्नता हुई कि 2013 में पहले शिविर के दौरान जिन रोगियों का ऑपरेशन किया गया था, वे अच्छी तरह से विकसित हुए हैं और खुशी से अपना जीवन जी रहे हैं.
पहाड़ी क्षेत्रों में बच्चों में उनके जन्म के समय से ही हृदय रोग होना आम बात है और अधिकांश समय माता-पिता को इसके बारे में पता नहीं होता.
 
अगर कोई बच्चा कमजोर है या चलने में सक्षम नहीं है तो माता-पिता को चेकअप के लिए जाना चाहिए जो कारगिल में उपलब्ध है.उन्होंने कहा कि यह उनके लिए आश्चर्य की बात है कि पिछले शिविर में उन्हें कोरोनरी आर्टरी रोग के कुछ रोगी मिले और इस बार यह बढ़कर 20 से 30 प्रतिशत हो गए जो अच्छा नहीं है. लोगों को स्वस्थ जीवन शैली अपनानी चाहिए.
 
उल्लेखनीय है कि शाहनवाज वार और उनके एनजीओ ड्रीम 4ए चेंज फाउंडेशन ने लद्दाख क्षेत्र में स्वास्थ्य क्षेत्र में विशेष रूप से कोविड -19 महामारी के दौरान बहुत योगदान दिया.
अब तक 94 से अधिक बच्चों को फाउंडेशन के माध्यम से पूर्ण शल्य चिकित्सा और अनुवर्ती उपचार दिया गया और 19 नी रिप्लेसमेंट के साथ 17 निरू शुल्क दिया गया.
 
कोविड 19 महामारी के दौरान शाहनवाज वार ने 2000 लीटर से अधिक सैनिटाइजर और 26,000 मास्क की व्यवस्था की. शाहनवाज की स्वास्थ्य क्षेत्र में जरूरतमंदों को अथक सेवा अभी भी जारी है और लोग सेवा और शिविरों से लाभान्वित हो रहे हैं.