पर्सनल लाॅ बोर्ड का सम्मेलन समाप्तः मुस्लिम मसलों पर हुआ गहन विचार

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 24-03-2021
पर्सनल लाॅ बोर्ड का तीन सम्मेलन
पर्सनल लाॅ बोर्ड का तीन सम्मेलन

 

नई दिल्ली. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का तीन दिवसीय ऑनलाइन सम्मेलन समाप्त हो गया. इस तीन दिवसीय प्रोग्राम में छह सत्र आयोजित किए गए, जिसमें मुस्लिम मसलों पर गहनता से विचार-विमर्श किया गया. इसका पांच वां सत्र विशेष तौर से मुस्लिम महिलाओं की स्थिति पर केंद्रित था.
 
पर्सनल लाॅ बोर्ड की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार, सम्मेलन के एक सत्र में बच्चांे पर भी गहन चर्चा हुई. इस दौरान निष्कर्श निकला कि औलाद अल्लाह की नेमत की तरह हैं. इस लिए उनकी सही शिक्षा और उचित प्रशिक्षण की जिम्मेदारी आपकी है. अन्यथा कभी-कभी औलादें शर्मशारी का सबब बन जाती हैं.
 
इस तीन दिवसीय ऑनलाइन सम्मेलन की अध्यक्षता हजरत मौलाना सैयद मोहम्मद राबे हसनी नदवी ने की, जबकि सम्मेलन हजरत मौलाना सैयद मोहम्मद वली रहमानी की निगरानी में आयोजित की गई. सम्मेलन के अंत में बताया गया कि इस कार्यक्रम से लाखों लोग लाभान्वित हुए. समाज सुधारक समिति के संयोजक हजरत मौलाना उमरैन महफूज रहमानी ने सम्मेलन को अपने उद्देश्य में मील का पत्थर बताया.
 
सम्मेलन में शादी को सरल और आसान बनाने पर भी जोर दिया गया. कहा गया कि मुसलमानों को बड़े होटलों और महंगे मैरेज हाॅल में शादी समारोह करने से बचना चाहिए. इसी तरह,  दहेज, बारात और अन्य बेवजह की रिजी-रिवाजों पर पैसे उड़ाने से बचना चाहिए. महिला सत्र में मुसलमानों को पत्नियों से अच्छा व्यवहार करने की नसीहत दी गई. इस सत्र की अध्यक्षता ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदर मौलाना मोहम्मद राबे हसनी नदवी ने की.