नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्वकेंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मुसलमानों खासकर पसमांदा मुसलमानों कोभाजपा के साथ जोड़ने के अभियान का पुरजोर समर्थन करते हुए कहा कि जब पिछले आठ सालके दौरान भाजपा सरकार ने विकास के मामले में भेदभाव नहीं किया तो वोट के मामले मेंउनकी पार्टी के साथ भेदभाव क्यों होना चाहिए ? आईएएनएस के साथ खास बातचीत करते हुए मुख्तार अब्बास नकवी ने बेतहाशा जनसंख्या पर देश में मचे राजनीतिक घमासान, अल्पसंख्यक मंत्रालय स्मृति ईरानी को देने पर टीएमसी द्वारा उठाए गए सवाल, राष्ट्रीय चिन्ह के शेर को बदले जाने के विपक्षी दलों के आरोपों सहित अन्यतमाम मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बातें कहीं.
सवाल - भाजपा पिछड़े ( पसमांदा) मुसलमानों को पार्टी के साथ जोड़ने पर खासध्यान दे रही है. हाल ही में हैदराबाद में हुई पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी कीबैठक में आपके क्षेत्र रामपुर और आजमगढ़ उपचुनाव में भाजपा की जीत पर हुई चर्चा केदौरान भी इस समुदाय को पार्टी के साथ जोड़ने पर चर्चा हुई.
जवाब - भाजपा एक राष्ट्रीय और राष्ट्रवादी पार्टी है जो समाज के सभीवर्गों को साथ लेकर चलने में विश्वास करती है और अगर आप पिछले आठ साल के हमारेसरकार के कार्यकाल को देखेंगे तो आपको साफ-साफ नजर आएगा कि हमने विकास के मामलेमें कोई भेदभाव नहीं किया तो वोटों के मामले में हमारे ( भाजपा) साथ भेदभाव क्यों? इसलिए हमेंलोगों के बीच जाकर हमने समावेशी विकास के लिए जो काम किया है, उसके बारे में उन लोगों को बताना चाहिए. हम एक राजनीतिक दल है और निश्चिततौर पर हम चाहेंगे कि हमारे साथ सभी समुदाय के लोग जुड़ें.
सवाल - लेकिन पसमांदा मुसलमानों को भाजपा के साथ आने के लिए आप उन्हे कैसेकन्विन्स करेंगे ?
जवाब - मैंने कहा न, जब हमने विकास में भेदभाव नहीं किया तोवोटों के मामले में हमारे ( भाजपा) साथ भेदभाव क्यों ? हमलोगों को यह बताने और समझाने की कोशिश करेंगे. कुछ लोग इस बात को समझकर हमारे साथआए भी हैं, कुछ आ भी रहे हैं और हमें पूरा विश्वास है किभविष्य में और भी लोग आएंगे.
सवाल - आपके बाद अल्पसंख्यक मंत्रालय का कार्यभार केंद्रीय मंत्री स्मृतिईरानी को दिया गया है लेकिन उन्हे यह मंत्रालय देने पर टीएमसी सांसद जवाहर सरकारने ऐतराज जताया है ?
जवाब - देखिए, मुझे एक चीज दिखती है कभी-कभी कि कुछ लोगों के लिए तर्कोंकी कंगाली उन्हे कुतर्कों का मवाली बना देती है. कोई भी मंत्री जब संविधान की शपथलेता है तो वो किसी मजहब, जाति या समुदाय के लिए नहीं लेताबल्कि देश के लिए लेता है, देशवासियों के लिए लेता है औरजहां तक स्मृति ईरानी का सवाल है वो समाज के सभी वर्गों की तरक्की के प्रति कमिटेडभी है , ईमानदार भी है और पूरी तरह से मजबूती के साथ उस दिशामें काम भी करती है इसलिए उन्हे किसी के प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है.
सवाल - हाल ही में देश में लगातार बढ़ रही जनसंख्या को लेकिर भी राजनीतिकविवाद हुआ. कई तरह के बयान सामने आए.
जवाब - बेतहाशा जनसंख्या विस्फोट को कोई भी देश न तो नजरअंदाज कर सकती हैऔर न बर्दाश्त कर सकती है. हमारे देश में इसके लिए पहले भी कई प्रयास हुए और उनप्रयासों की वजह से समाज के एक बड़े वर्ग ने अपनी जिम्मेदारी को समझा और जनसंख्यानियंत्रण में सहयोग भी किया, लेकिन दुर्भाग्य से कुछ लोग अल्लाह कीमेहरबानी के बहाने अनलिमिटेड परेशानी के ठिकाने ढूंढ रहे हैं ताकि इस छप्पर फाड़मेहरबानी के बहाने देश की जनसंख्या बढ़ती रहे और उन्हे छप्पड़ फाड़ कर वोट मिलतेरहे. इन राजनीतिक दलों को इस समुदाय के विकास और तरक्की से कोई लेना-देना नहीं है.जो लोग ये तर्क दे रहे है, ठीक नहीं है.
सवाल - लेकिन आपके नेताओं की तरफ से भी कई बयान आए, एक समुदायविशेष की बात कही गई तो दूसरी तरफ से अखिलेश यादव , उनकेसांसद और एआईएमआईएम राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की तरफ से भी आपकी पार्टीऔर सरकार के खिलाफ बयान दिए गए, कई तरह की बातें कही गईं ?
जवाब - देखिए , दुनिया के तमाम देशों ने चाहे वो विकसित देश हो याविकासशील हो, सबने जनसंख्या नियंत्रित करने के उपाय ढूंढ़ेहैं और उनके देश के लोगों ने इसमें सहयोग दिया है. हमारे देश में तो समस्या यह हैकि यहां पर तुरंत राजनीति शुरू हो जाती है, कहीं मेहरबानी आजाएगी तो कहीं मजहब और कहीं धर्मनिरपेक्षता के बहाने विरोध शुरू कर दिया जाता है.बेतहाशा जनसंख्या बढ़ोतरी से परिवार, समाज और देश सबके लिएपरेशानी खड़ी होती है , यह समझने की जरूरत है. यह जिद नहींदेश के लिए समझदारी का विषय है.
सवाल - लेकिन इस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भीबयान आया, जिसे लेकर काफी हंगामा हुआ और आपका ट्वीट भी काफी चर्चामें रहा ?
जवाब - पहली बात तो ये है कि यह मुद्दा किसी किसी धर्म या जाति का नहींबल्कि देश का मुद्दा है. यह देश के लिए बड़ी चुनौती है, किसी धर्मया जाति के लिए नहीं. इस देश में रहने वाले सभी व्यक्ति की यह जिम्मेदारी है कि वोबेतहाशा बढ़ रही जनसंख्या को कंट्रोल करने में मदद करे. जहां तक योगी आदित्यनाथ जीके बयान का सवाल है, उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गयाथा. उन्होने ऐसा कुछ नहीं कहा था, जैसा बताया गया है.
सवाल - आप कह रहे हैं कि जनसंख्या विस्फोट एक बड़ी चुनौती है तो इसे कैसेरोका जाना चाहिए ? आपकी पार्टी और सरकार के अंदर से भी कानून बनाने की आवाजउठ रही है ?
जवाब - बेतहाशा बढ़ रही जनसंख्या को कंट्रोल में लाने के लिए समाज कोतैयार करने की जरूरत है. इसे लेकर देश भर में राष्ट्रीय बहस होनी चाहिए. समाज कोप्रेरित करने के लिए प्रयास करने चाहिए. जागरूकता पैदा करने के लिए लोगों के बीचजाकर देश भर में जागरूकता अभियान चलाना चाहिए.
सवाल - विपक्ष तो आपकी सरकार पर यह आरोप भी लगा रहा है कि आपने राष्ट्रीयचिन्ह के शेर तक को बदल दिया ?
जवाब - उन्हे ( विपक्षी दलों को ) शेर से बहुत डर लगता है. एक तो मोदी जीसे डरते हैं और मोदी जी की शक्ल में शेर से डरते हैं तो अब क्या करें.
सवाल - देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने को लेकर आपका क्या विचारहै ?
जवाब - यूनिफॉर्म सिविल कोड, सरकार का संवैधानिक कर्तव्य है और जो भीसरकार सत्ता में होती है उसे इस दिशा में काम करना ही चाहिए.
सवाल - आपके राजनीतिक भविष्य को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं ?
जबाव- (हंसते हुए ) हमारा भविष्य अब आप लोग तय कीजिए.
सवाल - पार्टी से क्या उम्मीदें है ?
जवाब - सब ठीक है, सब अच्छा है.