भारत-चीन कोर कमांडर वार्ता का 16वां दौर, भारत ने प्रमुखता से उठाया डेपसांग मुद्दा

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 18-07-2022
भारत-चीन कोर कमांडर वार्ता का 16वां दौर, भारत ने प्रमुखता से उठाया डेपसांग मुद्दा
भारत-चीन कोर कमांडर वार्ता का 16वां दौर, भारत ने प्रमुखता से उठाया डेपसांग मुद्दा

 

 नई दिल्ली. चीन के साथ कोर कमांडर वार्ता के 16वें दौर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सैनिकों को अग्रिम स्थानों से पीछे हटाने की प्रक्रिया शुरू करने और अन्य मुद्दों के साथ ही रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण डेपसांग चर्चा का प्रमुख मुद्दा बना रहा. कोर कमांडर वार्ता रविवार को क्षेत्र में एलएसी के भारतीय हिस्से में चुशुल मोल्दो बैठक बिंदु (मीटिंग प्वाइंट) पर सुबह 9:30 बजे शुरू हुई और रात लगभग 10 बजे समाप्त हुई.

हालांकि, दोनों पक्षों की ओर से बातचीत के नतीजे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. एक सूत्र के अनुसार, भारत ने पूर्वी लद्दाख में शेष सभी तनाव वाले बिंदुओं से सैनिकों को जल्द से जल्द हटाने पर जोर दिया. सूत्र ने कहा कि भारत ने चीन से एलएसी से अपने सैनिकों को वापस बुलाने और पिछली स्थिति बहाल करने को कहा है.

सूत्र के अनुसार, भारत ने चीन के साथ तनाव के तीन महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की: चांग चेन्मो सेक्टर में कुगरांग नाला के पास पेट्रोलिंग प्वाइंट 15, चाडिर्ंग निंगलुंग नाला ट्रैक जंक्शन डेमचोक और डेपसांग प्लेन्स (मैदानी इलाका) में चल रहे तनाव को समाप्त करने और सैनिकों को वापस बुलाते हुए पहले वाली स्थिति को बहाल करना शामिल है. भारत ने एलएसी के साथ सैन्य गतिरोध शुरू होने से पहले सख्ती से अप्रैल 2020 तक जो यथास्थिति बनी हुई थी, उसे बहाल करने के लिए कहा. दोनों पक्षों के बीच करीब साढ़े 12 घंटे तक चर्चा चली.

वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेह स्थित 14 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता ने किया, जबकि चीनी टीम का नेतृत्व दक्षिण शिनजियांग सैन्य जिला प्रमुख मेजर जनरल यांग लिन कर रहे थे. यह भी पता चला है कि भारतीय पक्ष ने चीन से अपने लड़ाकू विमानों के जरिए उल्लंघन से बचने और एलएसी के पास विमानों को उड़ाने से परहेज करने को भी कहा है.