तमिलनाडु : रथयात्रा हादसे में तीन बच्चे सहित 11 की मौत,मुस्लिम विद्वानों ने जताया दुख

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
तमिलनाडु :  रथयात्रा हादसे में तीन बच्चे सहित 11 की मौत,मुस्लिम विद्वानों ने जताया दुख
तमिलनाडु : रथयात्रा हादसे में तीन बच्चे सहित 11 की मौत,मुस्लिम विद्वानों ने जताया दुख

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली

तमिलनाडु में रथ यात्रा के दौरान एक हादसे में 11लोगों की मृत्यु पर मुस्लिम विद्वानों ने गहरा दुख जताया है. इसे मानवीय क्षतिपूर्ति बताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है.

इंटर फेथ हार्मनी फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डाॅ ख्वाजा इफ्तेखार ने घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, तमिलनाडु में धार्मिक जुलूस के दौरान भक्तों को ले जा रहा रथ हाई टेंशन केबल से टकरा गया, जिससे 11निर्दोषों की जान चली गई, इसमें तीन बच्चे भी शामिल हैं.

उन्होंने दुर्घटना को मानवीय क्षति बताया. कहा, मैं अपने संगठन की ओर से दुर्घटना पर शोक संतप्त परिवारों और घायलों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं. साथ ही प्रशासन से आग्रह है कि इस घटना में घायल हुए लोगों का पूरा ख्याल रखा जाए.

आल इंडिया सूफी सज्जादानशीन के अध्यक्ष सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने घटना पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए इसके मानवीय क्षति बताया. उन्होंने कहा कि उन्हें इससे गहरा सदमा पहुंचा है. उन्होंने

शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता की. कहा कि त्रासदी के शिकार दिवंगत आत्माओं को शांति मिले और सर्वशक्तिमान ईश्वर प्रभावितों को इस दर्द को सहने की शक्ति प्रदान करे.

प्रख्यात बुद्धिजीवी और पद्मश्री प्रोफेसर अख्तरूल वासे ने दुर्घटना पर गहरा खेद व्यक्त करते हुए कहा कि तंजावुर धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण भूमि है.निश्चय ही यह हादसा बहुत ही दुखद और दर्दनाक है. उस समय, भक्त अपने धार्मिक उत्साह के प्रति समर्पित होंगे, इसलिए उनकी मृत्यु हर तरह से दर्दनाक है.
 
उन्होंने कहा, ‘‘यह परिवार और हम सभी के लिए दुख का स्रोत है. हमें उम्मीद है कि तमिलनाडु जिला प्रशासन इस बात की जांच करेगा कि रथ यात्रा पर बिजली के तार कैसे गिरे और कोई एहतियाती कदम क्यों नहीं उठाए गए.‘‘ इसपर विचार किया जाएगा.
 
उन्होंने कहा,मैं केंद्र और राज्य सरकार से उन लोगों के शोक संतप्त परिवारों को मुआवजा प्रदान करने की अपील करता हूं जिन्होंने अपनी जान गंवाई है .
 
मुंबई के अंतरराष्ट्रीय सूफी कारवां के प्रमुख मुफ्ती मंजूर जिया ने भी इस घटना पर अफसोस जताया. कहा कि प्रशासन को इस तरह की किसी भी रथ यात्रा से पहले इस मार्ग पर सभी एहतियाती कदम उठाने चाहिए.
 
उन्होंने कहा, ‘‘दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवजा दिया जाना चाहिए. हम शोक संतप्त लोगों के लिए यह आघात सहन करने की प्रार्थना करते हैं जो निश्चित रूप से उनके लिए अपूरणीय.‘‘ हर हाल में पूरा देश उनके साथ खड़ा है.मौजूदा समय में सरकार को पीड़ित परिवारों को रोजगार देना चाहिए.
 

उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से मुआवजे की अपील भी की . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया . घायलों को 50-50हजार दिए जाएंगे. पीएम मोदी ने कहा कि मेरी संवेदना परिजनों के साथ है.

उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु के तंजावुर के अप्पा स्वामी मंदिर में बुधवार को रथ जुलूस के दौरान बिजली का करंट लगने से हुई मौतों के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.वी. बालकृष्ण पुलिस महानिरीक्षक, तिरुचि रेंज ने कहा,‘‘कुल 11 लोगों की मौत हुई है. तीन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि सात की अस्पताल में मौत हुई है. 15लोग घायल हैं. उन्हें इलाज के लिए तंजावुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है.

प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है.पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंदिर की रथ हाई वोल्टेज बिजली लाइन के संपर्क में आने के बाद आग की लपटों में घिर गई.बालकृष्णन ने कहा, ‘‘पहली नजर में ऐसा लगता है कि कल्लिमेडु गांव में वार्षिक रथ उत्सव के दौरान मंदिर की गाड़ी (रथ उत्सव) हाईटेंशन तार के संपर्क में आ गई.‘‘

उन्होंने कहा, ‘‘मंदिर की रथ एक मोड़ पर पहुंची तो ओवरहेड लाइन के संपर्क में आई गई.‘‘अधिक विवरण की प्रतीक्षा है.