मॉनसून की गति सामान्य, दिल्ली में अगले चार दिन बारिश के

Story by  मंजीत ठाकुर | Published by  [email protected] | Date 11-06-2021
फोटोः आइएएनएस
फोटोः आइएएनएस

 

मंजीत ठाकुर/ नई दिल्ली

देश में मॉनसून अपनी सामान्य गति से आगे बढ़ रहा है, जबकि दिल्ली एनसीआर में 10 जून मॉनसून-पूर्व सीजन का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया. गुरुवार को दिल्ली का तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 4 मई के बाद दर्ज 41.1 डिग्री के बाद सबसे अधिक तापमान है. रात को तेज आंधी के बाद आई बरसात से तापमान में गिरावट आई है और आने वाले चार-पांच दिन दिल्ली-एनसीआर इलाके के लिए बारिशों के होने वाले हैं.

पिछले दस साल में जून में दिल्ली का तापमान 45 डिग्री को सिर्फ तीन बार ही पार कर पायाहै. 2012, 2014 और 2019 में तीन बार जून महीने का अधिकतम तापमान 45 डिग्री से ऊपर था.

उधर, मॉनसून अपनी सामान्य चाल से आगे बढ़ रहा है. भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) के मुताबिक, 10 जून को देश में सबसे अधिक बारिश कराने वाला दक्षिण-पश्चिम मॉनसून दक्षिण गुजरात क्षेत्र के कुछ हिस्सों, महाराष्ट्र, तेलंगाना और मध्य प्रदेश के बाकी हिस्सों,आंध्र प्रदेश, दक्षिण मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ तथा दक्षिण ओडिशा, मध्य बंगाल की खाड़ी के शेष भागों और उत्तर बंगाल की खाड़ी के अधिकतर हिस्सों की ओर बढ़ गया.

11 जून, 2021 को मॉनसून की बढ़त (सौजन्यः आइएमडी)


आइएमडी के मुताबिक, इस वक्त मॉनसून की उत्तरी सीमासूरत, नंदुरबार, बेतुल, मांडला, बोलनगीर, पुरी, और बोगडोगरा पर स्थित है.

दक्षिण-पश्चिम मानसून के अगले 48घंटों के दौरान गुजरात के बाकी हिस्सों, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के शेष भागों, पूरे पश्चिम बंगाल और झारखंड और बिहार तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों की ओर बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं.

आइएमडी के मुताबिक, “एक चक्रवाती सर्कुलेशन उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है. इसकी वजह से अगले 24घंटों के दौरान इसके पूरे ओडिशा में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ने की संभावना है. इसके आगे बढ़ने से 11 जून से पूर्वी भारत के अधिकांश भागों और मध्य भारत के निकटवर्ती भागों में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ काफी व्यापक वर्षा की संभावना है.”

आइएमडी के मुताबिक, इस कम दबाव वाले क्षेत्र के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर होने और इसके प्रभाव से 12से 14जून के बीच उत्तर-पश्चिम भारत (राजस्थान को छोड़कर) में छिटपुट भारी वर्षा के साथ व्यापक वर्षा होने की संभावना है. मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, “कम दबाव वाला यह क्षेत्र पुरवा हवा की गहरी परत के साथ आगे बढ़ रहा है और पूरे गंगा के मैदान पर अपना प्रभाव डालेगा. दिल्ली तक यह 12 जून को पहुंचेगा. इसके साथ ही गुजर रहे पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पंजाब और हरियाणा पर एक अन्य चक्रवातीय सर्कुलेशन बन रहा है और इन दोनों सिस्टम के मिले-जुले असर से यहां (दिल्ली-एनसीआर) में मौसमी परिस्थितियां बदलेंगी और छिटपुट बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी. यह बरसात अमूमन छोटी अवधि की होंगी और रुक-रुककर होंगी. और बारिशों का वक्त शाम या रात का ही होगा. दिन के तापमान में कमी आएगी और यह 12 से 16 जून के बीच 35 डिग्री सेल्यियस के आसपास बना रहेगा.”

इधर, 11 और 12 जून को राजस्थान में लू चलने का अंदेशा भी मौसम विभाग ने जताया है.