हवाई खतरों को कम करने केलिए सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 24-06-2022
हवाई खतरों को कम करने केलिए सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण
हवाई खतरों को कम करने केलिए सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण

 

 आवाज द वॉयस /नई दिल्ली 

देश को हवाई सुरक्षा केक्षेत्र में एक बड़ी कामयाबी मिली है. शुक्रवार को ओडिशा के चांदीपुर के एकीकृतपरीक्षण रेंज (आईटीआर) से रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीयनौसेना द्वारा नौसैनिक जहाज से वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल(वीएल-एसआरएसएएम) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. 

 वीएल-एसआरएसएएम एकजहाज-जनित हथियार प्रणाली है जो समुद्री-स्किमिंग लक्ष्यों सहित निकट सीमा परविभिन्न हवाई खतरों को बेअसर करने के लिए काम करती है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंहने डीआरडीओ, नौसेना और उद्योग को सफलपरीक्षण के लिए बधाई दी.

कहा कि यह हवाई खतरों के खिलाफ भारतीय नौसेना के जहाजोंकी रक्षा क्षमता को और बढ़ाएगा. नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर.हरि कुमार ने वीएल-एसआरएसएएम के सफल उड़ान परीक्षण के लिए भारतीय नौसेना और डीआरडीओकी सराहना की. कहा कि इस स्वदेशी मिसाइल प्रणाली के विकास से नौसेना की रक्षात्मकक्षमता और मजबूत होगी. 

रक्षा अनुसंधान एवं विकासविभाग के सचिव जी सतीश रेड्डी और डीआरडीओ के अध्यक्ष ने टीमों की सराहना की और कहाकि परीक्षण ने भारतीय नौसैनिक जहाजों पर स्वदेशी हथियार प्रणालियों के एकीकरण कोसाबित कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह नौसेना के बल को कई गुणा बढ़ाने वाला है.