सूफ़ी सज्जादानशीन कौंसिल राज्यों में हालिया हिंसा के जायजे के लिए शिष्टमंडल भेजेगी

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 18-04-2022
फाइल फोटो
फाइल फोटो

 

सफ़ीपुर. आल इंडिया सूफ़ी सज्जादा नशीन कौंसिल ये निर्णय लिया है कि  हिंसा वाले राज्यों में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजकर वहाँ की वास्तविक स्थिति ज्ञात की जाएगी और वहाँ की सरकार उच्च अधिकारियों को  AISSC की तरफ़ से ज्ञापन दिया जाएगा. 

पिछले कई हफ़्तों से देश के विभिन्न राज्यों में होने वाली साम्प्रदायिक घटनाओं को ले कर AISSC (आल इंडिया सूफ़ी सज्जादा नशीन कौंसिल) के पदाधिकारियों  की चेयरमैन और नायब दीवान दरगाह ग़रीबनवाज़ नसीरुद्दीन चिश्ती की अध्यक्षता में एक आपात बैठक बज़्म ए सफ़विया के तत्प्रावधान में आयोजित हुई, जिसका संचालन AISSC के UP प्रभारी अफ़जाल मोहम्मद फ़ारूक़ी सफ़वी ख़ानक़ाहे सफ़विया ने की.  

बैठक में देश में होने वाली इन अमानवीय घटनाओं पर चिंता व्यक्त की गई और भविष्य में देश का वातावरण इस प्रकार की घटनाओं से दूषित ना हो तथा इन घटनाओं में लिप्त दोषियों को कठोर से कठोर सज़ा  मिले तथा पीड़ितों को शीघ्र अति शीघ्र न्याय मिले, इस पर चर्चा की गई. 

बैठक में ये भी निर्णय लिया गया के भारत की गंगा जमुनी तहज़ीब को बचाने के लिए AISSC हर सम्भव प्रयास करेगी. इसके लिए देश के अलग अलग हिस्सों में  विभिन्न धर्मों के विद्वानों को एक मंच पर एकत्रित कर धार्मिक सहिष्णुता को ले कर  विचार विमर्श तथा गोष्ठियों का आयोजन , पीड़ितों की हर प्रकार की मदद तथा ज़िला स्तर पर शान्ति समितियों का गठन शामिल है. 

 

वक्ताओं ने अपनी बात रखते हुए कहा के हमारा देश इस समय विश्व शक्ति बन कर उभर रहा है तथा पूरा विश्व भारत की तरफ़ टकटकी लगाए देख रहा है. जो लोग इस प्रकार के देश विरोधी  घटनाओं को अंजाम देते है, वो पूरे विश्व में देश की छवि को धूमिल करने का प्रयास करते हैं और देश के विकास में बाधक हैं. हमारा देश एक लोकतांत्रिक एवं धर्मनिरपेक्ष देश है. और यही हमारे देश की अनेकता में एकता की पहचान है. 

पिछले कुछ समय से देश की सतरंगी तहज़ीब में कुछ अवांछनीय तत्वों के कारण कुछ दरारें नज़र आने लगी है. आज देश के तमाम धार्मिक गुरुओं , मठों तथा खनकाहों की ये ज़िम्मेदारी है के अपने स्थानों से बाहर आ कर देश हित के लिए कार्य करे तथा देश को विश्व गुरु बनाने का प्रयास करे और ये कोई बहुत मुश्किल कार्य नहीं है. बस ज़रूरत है तो अपने निजी स्वार्थ से ऊपर उठ कर देश और समाज के प्रति कुछ कर गुजरने की इच्छा शक्ति की. 

बैठक में  AISSC के दिल्ली इंचार्जफ़रीद अहमद निज़ामी साहब दिल्ली निज़ामुद्दीन दरगाह से, राष्ट्रीय प्रवक्ता AISSCहयादुल्लाह हुसैनी, राष्ट्रीय संयोजक AISSCअब्दुल क़ादिर पाशा, शमीमउद्दीन मुनअमी  बिहार, आल इंडिया वॉइस प्रेसिडेंट AISSC अम्मार अहमद अहमदी, अहमद शुत्तरी तमिलनाडु आदि सम्मिलित हुए.

ये एक virtual zoom meeting थी. जिसने सब लोगों ने अपने अस्थानो से ही virtually शिरकत कर अपने विचार रखे.