5 विशेष टैंकर से दिल्ली आएगी ऑक्सीजन, बनेंगे 1200 आईसीयू बेड

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 27-04-2021
दिल्ली में परिजनों को करना पड़ रहा ऑक्सीजन का प्रबंध
दिल्ली में परिजनों को करना पड़ रहा ऑक्सीजन का प्रबंध

 

नई दिल्ली. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से बचने के लिए दिल्ली में नए अस्थाई आईसीयू बेड बनाए जाएंगे. अगले 2 सप्ताह के भीतर दिल्ली में ऐसे 1200 आईसीयू बेड तैयार किए जाने हैं. वहीं मंगलवार को ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार ने दिल्ली को पांच विशेष टैंकर मुहैया कराए हैं. इनकी मदद से दूसरे राज्यों से दिल्ली में ऑक्सीजन लाई जा सकेगी.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना की लहर पहले से ज्यादा खतरनाक है. आईसीयू बेड की बहुत ज्यादा डिमांड है. आईसीयू बेड भरे हुए हैं. केंद्र सरकार की ओर से डीआरडीओ ने दिल्ली एयरपोर्ट के पास 500 बेड का कोरोना केंद्र दिल्ली सरकार को दिया था. लेकिन मात्र 3 घंटे के अंदर ही यहां सभी 500 बेड भर गए.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मुताबिक आईसीयू बेड की मांग को देखते हुए दिल्ली में 1200 स्थाई आईसीयू बेड तैयार किए जा रहे हैं. दिल्ली में तीन अलग-अलग स्थानों पर तैयार किए जा रहे यह अस्थाई आईसीयू बेड 10 मई तक बनकर तैयार होंगे.

दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर भी बीते सप्ताह काफी अफरातफरी का माहौल रहा. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मुताबिक गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत रही. बार-बार विभिन्न अस्पतालों की तरफ से ऑक्सीजन की किल्लत के मैसेज आ रहे थे.

अस्पतालों को ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए दिन-रात दिल्ली व केंद्र सरकार की ओर से संयुक्त प्रयास किया गया. दिल्ली में अभी भी ऑक्सीजन की किल्लत है. हालांकि अब पहले जैसी अफरा-तफरी का माहौल नहीं है कई अस्पतालों को ऑक्सीजन उपलब्ध करा दी गई है.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि कई राज्यों में दिल्ली के लिए ऑक्सीजन तो मिली है लेकिन उन्हें दिल्ली तक लाने में समस्या उत्पन्न हो रही है. ऑक्सीजन लाने ले जाने के लिए विशेष टैंकर की आवश्यकता है. केंद्र सरकार ने मंगलवार सुबह दिल्ली को ऐसे पांच विशेष टैंकर मुहैया कराए हैं. अब इनकी मदद से दूसरे राज्यों से ऑक्सीजन दिल्ली लाई जा सकेगी. वहीं दिल्ली सरकार ने भी बैंकॉक से 18 ऐसे ही ऑक्सीजन सिलेंडर टैंकर इंपोर्ट करने का निर्णय लिया है.ं