वहीं प्रधानमंत्री मोदी से हुई मुलाकात को लेकर शरद पवार ने कहा, मैंने पीएम मोदी से शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत से जुड़े मामले में बातचीत की है. संजय राउत राज्यसभा सदस्य हैं.. मैंने कहा है कि जिस तरह से संजय राउत की संपत्ति कुर्क की गई है वह अन्याय है. वे न केवल राज्यसभा के सदस्य हैं बल्कि पत्रकार भी हैं. मैंने पीएम मोदी से कहा कि संजय राउत के खिलाफ कार्रवाई की क्या जरूरत थी? सिर्फ इसलिए कि कभी-कभी वह लिखता और आलोचना करता है?
हालांकि प्रधानमंत्री द्वारा इस पर क्या प्रतिक्रिया दी गई इसको लेकर शरद पवार ने कहा कि हम ये अपेक्षा नहीं करते कि संजय राउत के मसले पर प्रधानमंत्री कोई जवाब दें. या जांच एजेंसी अब सजंय राउत को लेकर नर्मी से पेश आये. ये भी भविष्य पर निर्भर करता है. हमने प्रधानमंत्री मोदी को अपनी ओर से जानकारी दे दी है.
शरद पवार ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गैर बीजेपी दलों को एकजुट करने के प्रयास के तहत सभी मुख्यमंत्रियों और पार्टी नेताओं को पत्र लिखा था, जल्द ही इस एक गैर बीजेपी दलों की बैठक बुलाएंगे. उन्होंने देश में जो महंगाई है और पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, इस पर भी सवाल उठाया, तमाम दल इन मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे.
उन्होंने कहा, ममता बनर्जी ने मुझे भी पत्र लिखा है और कहा है कि हमें गैर-भाजपा नेताओं से संपर्क करना चाहिए और भविष्य की कार्रवाई का मसौदा तैयार करना चाहिए. मैं जल्द ही नेताओं तक पहुंचना शुरू करूंगा.
वहीं महाराष्ट्र में गठबंधन की सरकार और कांग्रेस के नेताओं के अलग-थलग पड़ने को लेकर शरद पवार ने कहा, कांग्रेस को अलग थलग नहीं किया जा सकता. गठबंधन की सरकार है बिना कांग्रेस के, अकेले नहीं चल सकती. वन-टू-वन बैठक में ये मुद्दा नहीं उठा. अगर कांग्रेस के नेता इस मुद्दे को एनसीपी और शिवसेना के सामने उठाएंगे तो इसका हल निकाला जाएगा.
उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में तनाव की स्थिति को लेकर शरद पवार ने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी पर देश को शांतिपूर्ण तरीके से चलाने की जिम्मेदारी है, क्योंकि वो केंद्र में सत्तारूढ़ दल है. जिस तरह से उत्तर प्रदेश में हो रहा है, जम्मू-कश्मीर में हो रहा है, अन्य राज्यों में हो रहा है. ये सही नहीं है.
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