तिरुमाला मंदिर के वरिष्ठ पुजारी शेषाद्रि का 74 साल की उम्र में निधन

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 29-11-2021
तिरुमाला मंदिर के वरिष्ठ पुजारी शेषाद्रि
तिरुमाला मंदिर के वरिष्ठ पुजारी शेषाद्रि

 

विखाशापत्तनम. डॉलर शेषाद्री के नाम से मशहूर तिरुमाला मंदिर के वरिष्ठ पुजारी पाला शेषाद्रि का सोमवार तड़के दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 74 वर्ष के थे. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के विशेष कर्तव्य अधिकारी (ओएसडी) को दिल का दौरा पड़ा था और अस्पताल ले जाते समय उन्होंने अंतिम सांसें ली.

वह 'कार्तिका दीपोत्सवम' के लिए शहर में थे. वह रविवार रात टीटीडी कल्याण मंडपम में कुछ रस्मों में शामिल हुए थे. टीटीडी सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने सुबह करीब 4 बजे सीने में दर्द की शिकायत की और अधिकारी उन्हें अपोलो अस्पताल ले गए लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.

शेषाद्रि के शव को किंग जॉर्ज अस्पताल में रखा गया है और अधिकारी इसे तिरुपति ले जाने की व्यवस्था कर रहे हैं, जहां मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. शेषाद्री 1978 से प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर की सेवा कर रहे हैं.

हालाँकि उन्होंने 31 जुलाई, 2006 को सेवानिवृत्ति प्राप्त की, लेकिन लगातार सरकारों ने ओएसडी के रूप में उनका कार्यकाल बढ़ाया था. मंदिर के इतिहास और सभी अनुष्ठानों से अच्छी तरह वाकिफ, शेषाद्री टीटीडी में सबसे प्रमुख व्यक्ति थे, जो दुनिया के सबसे अमीर हिंदू मंदिर के मामलों का प्रबंधन करते है.

जब भी कोई वीआईपी मंदिर में आता था तो उसकी उपस्थिति अनिवार्य मानी जाती थी. शेषाद्री तत्कालीन राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह, प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव, एबी वाजपेयी, मनमोहन सिंह, नरेंद्र मोदी, कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों और अन्य वीआईपी के मंदिर की यात्रा के दौरान दिव्य मार्गदर्शक थे.

सुपर पुजारी, जिन्हें डॉलर शेषाद्री भी कहा जाता था, ने सरकार में काफी प्रभाव डाला और राजनेताओं और नौकरशाहों के साथ अच्छे संबंध सांझा किए. 2007 में मंदिर के खजाने से डॉलर नामक 310 सोने के सिक्कों के घोटाले के बाद से शेषाद्री सबकी की नजर में थे. 2005 में जब शेषाद्री प्रभारी थे तब डॉलर गायब हो गए थे.