सुरक्षा एजेंसी ​​अलट: पीओके में पूर्व आतंकियों के साथ साजिश कर रहा है चीन

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 21-09-2021
सुरक्षा एजेंसी ​​अलट
सुरक्षा एजेंसी ​​अलट

 

आवाज द वाॅयस / श्रीनगर
 
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में चीनी सेना के कुछ अधिकारी वहां काम कर रहे गाइड और पूर्व आतंकियों से संपर्क कर रहे हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में इसपर गहन विचार किया. यह पूरा मामला ऐसे समय में सामने आया है, जब भारत चीन से कई चुनौतियों का सामना कर रहा है.
 
एक समीक्षा दस्तावेज के अनुसार, चीनी सैन्य अधिकारी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में प्रवासी कश्मीरियों के साथ मानचित्रकारों और स्थानीय प्रवक्ताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं. खासकर उन लोगों के साथ जो पहले आतंकवादी के रूप में काम कर चुके हैं. अब गाइड के रूप में काम कर रहे हैं. साथ ही, वे कश्मीर घाटी, लद्दाख और जम्मू क्षेत्र की भौगोलिक स्थितियों से अच्छी तरह वाकिफ हैं. 
 
सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां ​​इन गतिविधियों पर लगातार नजर रखे हुए हैं. पाकिस्तान के साथ चीनी सेना की योजनाओं से अच्छी तरह वाकिफ हैं. जमीन से मिले इनपुट के आधार पर एक बड़े सुरक्षा खतरे की समीक्षा के लिए हाल में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई थी.
 
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब चीनी सेना के अधिकारियों ने पाक अधिकृत कश्मीर को पीओके में देखा है. सितंबर में भी, ऐसी खबरें आई थीं कि चीनी सैन्य अधिकारियों को नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार पाकिस्तानी क्षेत्र में विभिन्न चैकियों पर देखा गया था.
 
भारतीय सेना ने कथित तौर पर उत्तरी कश्मीर में नोगाम सेक्टर में अग्रिम चैकियों के पास वरिष्ठ चीनी सैन्य अधिकारियों की मौजूदगी और नियंत्रण रेखा पर बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए चीनी सैनिकों की मौजूदगी पर ध्यान दिया है.
 
पिछले सप्ताह राष्ट्रीय राजमार्ग 44 के पास नियमित रूप से सड़क खोलने के अभ्यास के दौरान, सीआरपीएफ के जवानों ने बेमना में एक सड़क के डिवाइडर पर रखे रेत के थैले से छह चीनी निर्मित हथगोले बरामद किए. सीआरपीएफ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, ‘‘सैनिकों की दक्षता ने एक व्यस्त राजमार्ग पर एक दुर्घटना को टाल दिया.‘‘ हाईवे पर भारी ट्रैफिक की वजह से हथगोला तुरंत नष्ट नहीं हुआ.