चित्रकूट. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के क्षेत्र और प्रांत प्रचारकों की चार दिवसीय बैठक शुक्रवार से चित्रकूट में शुरू होगी। संघ प्रमुख मोहन भागवत सहित तमाम संघ के बड़े पदाधिकारी इसमे शिरकत करेंगे.
संघ सूत्रों के अनुसार इस विचार मंथन से तमाम सामाजिक और देश के अन्य मुद्दों पर मंथन किया जाएगा आरएसएस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार प्रति वर्ष यह बैठक सामान्यत: जुलाई में होती है.
यह बैठक कोरोना वायरस के कारण पिछले वर्ष चित्रकूट में आयोजित नहीं हो पायी थी. यह बैठक इस वर्ष चित्रकूट में ही हो रही है. कोरोना के नियमों को देखते हुए. संख्या सीमित रहेगी. कुछ कार्यकर्ता प्रत्यक्ष रूप से व कुछ ऑनलाइन माध्यम से जुड़ेंगे.
संघ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार 9-10 जुलाई को 11 क्षेत्रों के क्षेत्र प्रचारक तथा सह क्षेत्र प्रचारकों की बैठक चित्रकूट में होने जा रही है. इसमें सरसंघचालक डॉ. भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले एवं सभी पांचों सहसरकार्यवाह उपस्थित रहेंगे.
साथ ही संघ के सातों कार्य विभाग के अखिल भारतीय प्रमुख एवं सह प्रमुख शामिल होंगे. 12 जुलाई को सभी 45 प्रांतों के प्रांत प्रचारक एवं सह प्रांत प्रचारक ऑनलाइन माध्यम से जुड़ेंगे और 13 जुलाई को विविध संबद्ध संगठनों के अखिल भारतीय संगठन मंत्री ऑनलाइन माध्यम से बैठक में शामिल होंगे.
यह बैठक सामान्यत: संगठनात्मक विषयों पर केंद्रित रहेगी. साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण से पीड़ित लोगों की सहायता हेतु स्वयंसेवकों द्वारा किये गये देशव्यापी सेवा कार्यों की समीक्षा की जाएगी.
बैठक में कोरोना की संभावित तीसरी लहर के प्रभाव का आकलन करते हुए आवश्यक कार्ययोजना पर विचार होगा. इस दृष्टि से आवश्यक प्रशिक्षण एवं तैयारी पर भी विचार किया जायेगा.
अनलॉक की प्रक्रिया में धीरे-धीरे सामान्य हो रहे जनजीवन को देखते हुए संघ शाखाओं के संचालन की समीक्षा तथा योजनाओं पर बैठक में चर्चा की जा सकती है. इस दौरान संघ शिक्षा वर्ग तथा विभिन्न प्रकार के संघ कार्यों का आकलन करते हुए नई योजनाओं पर विचार होगा.