खुद धार्मिक भाईचारे की मिसाल और स्वच्छता का संदेश हैं रियाज खान

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 02-07-2022
रियाज खान
रियाज खान

 

दयाराम वशिष्ठ/ फरीदाबाद (हरियाणा)

देश में धर्म के नाम पर आए दिन हिंसा की खबर आती रहती हैं. लेकिन फरीदाबाद के सेक्टर 31 राजीव नगर के रहने वाले 32 वर्षीय रियाज खान धार्मिक सौहार्द का एक शानदार उदाहरण है. वह स्वच्छता का संदेश देते हुए न केवल सरकारी स्कूलों में शौचालय तक की सफाई में पीछे नहीं रहते, बल्किछठ पूजा के लिए घाट की सफाई कर समाज को अच्छा संदेश दे रहे हैं. स्वच्छता अभियान के लिए लोगों के साथ मिलकर जागरूकता का काम कर रहे हैं.

सभी धर्मों में रखते हैं विश्वास

रियाज खान सभी धर्मों में विश्वास रखते हैं. गीता के हिन्दी अनुवाद के अध्ययन से लेकर कुरान और बाइबल तक को पढ़ते रहते हैं. नवरात्रों के दिनों में व्रत रखते के अलावा दुर्गा पूजा, छठ पूजा और जन्माष्टमी तक का आयोजन तक कराने में अहम भूमिका निभाते रहते हैं.

अपने धर्म के प्रति भी इनकी आस्था कम नहीं है. वह नियमित रूप से नमाज भी अदा करते हैं. जो लोग धर्म के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश करते हैं, उनके लिए ये एक करारा तमाचा है. इनकी दूसरे धर्मों के त्यौहार के प्रति एक जैसी आस्था है. रियाज खान का कहना है कि उन्हें हिन्दू भाइयों से इतना सहयोग और प्यार मिलता है कि कोई सोच तक नहीं सकता.

यूपी, इलाहाबाद से दसवीं कक्षा पास करने के बाद रियाज खान समाज सेवा में जुट गए. इस समय वह एक कंपनी में बतौर सुपरवाइजर कार्यक्रम हैं. अगर किसी गरीब बच्चे का स्कूल में दाखिला नहीं हो पाता है तो वह खुद स्कूल के मुख्याध्यापक से मिलकर उनके दाखिला में मदद करते है.

यही नहीं, औद्योगिक नगरी के नाते यहां पर श्रमिक विवाद भी होता रहता है. अगर ऐसा कोई श्रमिक उनसे मिलकर अपना वेतन न दिए जाने का दुखड़ा उनके समक्ष रखता है तो वह खुद ठेकेदार से मिलकर उनका समाधान कराते हैं.

भारत जैसा अच्छा कोई देश नहीं

रियाज खान कहते हैं कि भारत जैसा अच्छा कोई देश नहीं. इस देश पर हमें गर्व महसूस होता है. लेकिन कुछ तथाकथित लोग एक साजिश के तहत साम्प्रदायिक की आग में देश का नुकसान करने पर तुले हैं. उन्हें यह याद नहीं कि सभी धर्मों के लोगों ने मिलकर देश को आजादी दिलाई थी. इसलिए हम सब का कर्तव्य बनता है कि भाईचारे को कायम रखा जाए, ताकि हम सब मिलकर देश की ताकत दिखा सकें. धर्म के आधार पर देश को बांटा नहीं जा सकता. सभी धर्मों की किताबों की हम बात करें तो सबका मालिक एक ही है. सभी धर्मों के मौलिक अधिकार हैं. सभी धर्म प्यारे होते हैं.

घर में आज भी है गीता और कुरान

रियाज खान कहते हैं कि उनके घर में आज भी गीता व कुरान है. सौहार्दपूर्ण वातावारण को बिगाड़ने के नाम पर मौलवी और  पंडित अपनी अपनी दुकान चला रहे हैं. मेरे परिवार के सभी लोग मुझे पूरी तरह स्पोर्ट करते हैं. वे कभी भी यह नहीं कहते कि गीता मत पढ़ो, नवरात्र का व्रत मत रखो. आज भी अपनी विचारधार पर कायम हूं.