कोच्चि. एनआरआई कारोबारी बैरन एमए यूसफ अली और छह अन्य लोग एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में चमत्कारिक रूप से बाल-बाल बच गए. यह निजी हेलिकॉप्टर उस समय कोच्चि के बाहरी इलाके पनागद में उड़ान भर रहे थे.
लूलू ग्रुप के चेयरमैन एमए यूसफ अली और हेलिकॉप्टर के पायलट सहित सात लोगों को मामूली चोटों के साथ कोच्चि के कोम्बलम के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेलीकॉप्टर को पनागद में केरल यूनिवर्सिटी ऑफ फिशरीज एंड ओशन स्टडीज कैंपस के मैदान में उतरना था, लेकिन तकनीकी मुद्दों के कारण हाईवे के पास उसे टचडाउन करना पड़ा. हेलीकॉप्टर ने सुबह 8.30 बजेयूनिवर्सिटी कैंपस के पास झाड़ियों और घास में फोर्स्ड लैंडिंग की और एक बड़ी त्रासदी को टल गई.
बताया गया है कि प्रत्यक्षतः हेलीकॉप्टर के इंजन खराबी के बाद बैली लैंडिंग हुई और पायलट सहित सभी सात व्यक्ति जल्दी से हेलीकॉप्टर से बाहर निकलने में कामयाब रहे.
स्थानीय लोगों ने दावा किया कि दुर्घटना के समय इलाके में तेज हवा और बारिश हो रही थी.
65 वर्षीय यूसफ अली, अबू धाबी स्थित लूलू समूह के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं, जो कई देशों में हाइपरमार्केट और खुदरा कंपनियों का संचालन करते हैं.
अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और यूएई सशस्त्र बल के उप सर्वोच्च कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान द्वारा समुदाय के लिए उनके महान और धर्मार्थ योगदान के लिए उन्हें अबू धाबी के शीर्ष नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
यूसुफ अली को हाल ही में फोर्ब्स बिलियनेयर सूची 2021 में मध्य पूर्व में सबसे अमीर भारतीय के रूप में स्थान दिया गया था.