आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली / सूरत
देश के विभिन्न हिस्सांे में अभी जब राम नवमी सहित कई मुद्दों पर सांप्रदायिक तनाव बना हुआ है. इस बीच गुजरात के सूरत के एक छोटे से गांव के बच्चों ने एक दिल छूने वाली मिसाल पेश की है. जो भी इन बच्चों का कारनामा सुनता दिल गदगद हो उठता है.
गुजरात के सूरत से 60 किमी दूर एक छोटे से गांव झांकरडा के स्कूली बच्चों ने एक बार फिर सांप्रदायिक सौहार्द का उदाहरण पेश किया है.इस सरकारी स्कूल के हिंदू बच्चांे ने आपस में चंदा कर मुस्लिम बच्चों को न केवल इफ्तार की दावत दी. इकट्ठे बैठकर एक दूसरे को इफ्तार में पका भोजन भी खिलाया.
स्कूल के मुख्य शिक्षक शाह मुहम्मद सईद इस्माईल ने बताया कि इस स्कूल की पुरानी परंपरा रही है. बच्चे हर साल पैसे इकट्ठे करते हैं. फिर उन पैसों से मुस्लिम बच्चे दीपावली, होली में हिंदू बच्चों में मिठाईयां बांटते हैं, जबकि रमजान के महीने में साथ मिलकर उत्सव मनाते है. ईद का त्योहार साथ मनाया जाता है. रमजान के किसी एक दिन हिंदू बच्चे अपने मुस्लिम सहपाठियों को इफ्तार कराते हैं.
देश में पिछले कुछ दिनों से कई तरह के धार्मिक विवाद सामने आए हैं. लाउडस्पीकर पर अजान को लेकर या हिजाब विवाद हो, काफी तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं. लेकिन गुजरात से आई सामाजिक सद्भाव की इन तस्वीरों ने निश्चित ही लोगों के मन का मैल साफ किया होगा. आइए, तस्वीरों के जरिए देखें की इस सरकारी स्कूल के हिंदू बच्चों ने कैसे अपने मुस्लिम सहपाठियों के लिए इफ्तार पार्टी का आयोजन किया.
ये तस्वीर गुजरात के सूरत के उस सरकारी स्कूल की है, जहां हिंदू छात्रों मिलकर मुस्लिम छात्रों का ‘रोजा‘ खुलवाया.
सूरत के स्कूल में भाईचारे की अनोखी झलक, हिंदू-मुस्लिम छात्र मिलकर इफ्तार करते हुए.इस सरकारी स्कूल में रोजों के दौरान मुस्लिम छात्रों का साथ हिंदू बच्चे भी देते हैं.
सूरत के स्कूल में भाईचारे की अनोखी झलक, हिंदू-मुस्लिम छात्र मिलकर करते हैं इफ्तार.स्कूल के अध्यापक शाह मोहम्मद इस्माइल ने कहा रोजे में इफ्तार, ईद और होली-दीवाली में मिठाई बांटने की परंपरा पुरानी है.
सूरत के स्कूल में भाईचारे की अनोखी झलक, हिंदू-मुस्लिम छात्र मिलकर करते हैं इफ्तार