नई दिल्ली. राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. सभापति वेंकैया नायडू पर विपक्ष के हंगामे के बीच विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के 12 निलंबित सांसदों के अनुरोध को ठुकरा दिया. सभापीठ में उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा, ‘सभापति पहले ही सुझाव दे चुके हैं कि सदन और विपक्ष के नेता को बैठकर सौहार्दपूर्ण समाधान निकालना चाहिए.’
इस मुद्दे को लेकर संसद के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी गतिरोध जारी रहा.
इससे पहले विपक्ष द्वारा सांसदों के निलंबन के विरोध में नारेबाजी करने के बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी.
नायडू ने कहा कि निलंबित सांसदों को मानसून सत्र के आखिरी दिन 11अगस्त को अपने निंदनीय आचरण के लिए खेद नहीं है और सरकार उनके द्वारा माफी मांगने पर जोर दे रही है.
विपक्षी सदस्यों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया.
मंगलवार को उपसभापति द्वारा विपक्ष की अनुपस्थिति में सदन की कार्यवाही स्थगित करने के बाद कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई थी.
संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा था, ‘हमारी एक लोकतांत्रिक सरकार है और हमारे नेता भी बहुत लोकतांत्रिक हैं. इसलिए हम विपक्ष के बिना सदन नहीं चलाना चाहते हैं. उन्होंने एक दिन के लिए इसका बहिष्कार किया है. इसलिए उन्हें कल वापस आने दें और हम विधेयकों को उठा सकते हैं. सरकार रचनात्मक आलोचना के लिए तैयार है.’