राजनाथ सिंह राज्यसभा में बोले-भारत और चीन के बीच पैंगोंग लेक से सेना हटाने पर बनी सहमति

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 11-02-2021
राजनाथ सिंह राज्यसभा में बोले-भारत और चीन के बीच पैंगोंग लेक से सेना हटाने पर बनी सहमति
राजनाथ सिंह राज्यसभा में बोले-भारत और चीन के बीच पैंगोंग लेक से सेना हटाने पर बनी सहमति

 

नई दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को संसद में कहा कि भारत का मुख्य मकसद पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति कायम करना है. भारत और चीन के बीच गतिरोध पर राजनाथ सिंह ने कहा कि पैंगोंग क्षेत्र में चीन के साथ सेना हटाने की योजना पर काम जारी है.
 
उन्होंने कहा कि भारत ने इस क्षेत्र में कुछ नहीं खोया है. राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन से लगातार बातचीत के बाद अब दोनों देशों की सेना पीछे हटने को तैयार है.
 
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा को सूचित किया कि निरंतर वार्ता के माध्यम से, भारत और चीन पैंगोंग झील के उत्तर और पश्चिमी तट को लेकर समझौते पर आगे बढ़े हैं.
 
रक्षा मंत्री ने पूर्वी लद्दाख के वर्तमान स्थिति पर बात करते हुए कहा, “मुझे आज सदन को सूचित करते हुए खुशी हो रही कि हमारे अच्छे विचार और चीनी पक्ष के साथ निरंतर बातचीत के परिणामस्वरूप, अब हम एक समझौते पर पहुंचने में सक्षम हुए हैं.
 
उन्होंने कहा, ‘‘पैंगोंग झील क्षेत्र में 48घंटे के भीतर वरिष्ठ कमांडरों की अगली बैठक बुलाने पर सहमति हुई है, ताकि अन्य सभी मुद्दों को हल किया जा सके.‘‘

रक्षा मंत्री ने कहा कि दोनों पक्षों के समझौते के अनुसार, भारत और चीन चरणबद्ध और समन्वित तरीके से आगे की तैनाती को वापस लेंगे.
उन्होंने कहा कि हम जिस समझौते पर पैंगोंग झील क्षेत्र में विघटन के लिए चीनी पक्ष के साथ पहुंचने में सफल रहे हैं, उसमें यह कहा गया कि दोनों पक्ष चरणबद्ध, समन्वित और सत्यापित तरीके से अपनी आगे की तैनाती को समाप्त कर देंगे.
 
उन्होंने बताया कि चीन अपने सैनिकों को पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर रखेगा, जबकि भारत अपनी सेना फिंगर 3के पास रखेगा.रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘चीनी पक्ष नॉर्थ बैंक क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति फिंगर 8के पूर्व में रखे हुए है. भारतीय सैनिकों को उनके स्थायी आधार पर फिंगर 3के पास धन सिंह थापा पोस्ट पर रखा जाएगा.‘‘
 
उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों द्वारा दक्षिण बैंक क्षेत्र में इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी. ‘‘ये पारस्परिक और पारस्परिक कदम हैं. उत्तर और दक्षिण बैंक क्षेत्र में अप्रैल 2020से दोनों पक्षों द्वारा बनाए गए किसी भी ढांचे को हटा दिया जाएगा और भूमि सुधारों को बहाल कर दिया जाएगा. यह सैन्य गतिविधियों पर एक अस्थायी स्थगन के लिए भी सहमत हुआ है.
 
पैंगोंग झील में गश्त के मुद्दों पर सिंह ने कहा, ‘‘गश्त तभी फिर से शुरू की जाएगी जब दोनों पक्ष राजनयिक और सैन्य वार्ता में एक समझौते पर पहुंचेंगे. यह वार्ता बाद में आयोजित की जाएगी.इस समझौते का कार्यान्वयन उत्तर और दक्षिण बैंक में कल शुरू हुआ है. ‘‘
 
इससे पहले, भारत और चीन 24जनवरी को मोल्दो-चुशुल सीमा बैठक स्थल के चीनी पक्ष में आयोजित चीन-भारत वाहिनी कमांडर स्तर की बैठक के नौवें दौर के दौरान पूर्वी लद्दाख में सीमावर्ती सैनिकों के शीघ्र विस्थापन के लिए जोर देने पर सहमत हुए थे.