कश्मीरी युवाओं की बेहतर शिक्षा के लिए पुणे की फाउंडेशन करेगी वित्तीय मदद

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 16-02-2021
सीडीएस बिपिन रावत पहलगाम के आर्मी गुडविल स्कूल के एनसीसी कैडेट से हाथ मिलाते हुए
सीडीएस बिपिन रावत पहलगाम के आर्मी गुडविल स्कूल के एनसीसी कैडेट से हाथ मिलाते हुए

 

 

श्रीनगर. भारतीय सेना की चिनार कोर ने सोमवार को पुणे घाटी की इंद्राणी बालन फाउंडेशन के साथ एक समझौता किया, जो कश्मीर घाटी के युवाओं को बेहतर शिक्षा सुविधा प्रदान करेगी. 

इस समझौते के बाद सेना को आर्मी गुडविल स्कूल और परिवार स्कूल सोसाइटी के लिए वित्तीय सहायता मिलेगी.

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता चिनार कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू और पुनीत बालन और इंद्राणी बालन फाउंडेशन की जाह्नवी धारीवाल ने की.

यह फाउंडेशन उरी, वेन, त्रेगगम और बारामूला और कूपवाड़ा जिलों में हजीनार के चार सद्भावना स्कूलों को वित्तपोषित करेगी. यह बारामूला में विशेष रूप से विकलांग बच्चों के लिए परिवार स्कूल सोसायटी के बुनियादी ढांचे का निर्माण भी करेगे.

लेफ्टिनेंट जनरल ने बताया, “आज एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है, जिसमें हमने चार आर्मी गुडविल स्कूल और परिवार स्कूल चलाने के लिए वित्तीय सहायता के लिए इंद्राणी बालन फाउंडेशन के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं.”

बीएस राजू ने कहा, “हम इंद्राणी बालन फाउंडेशन के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने आगे बढ़कर पहल की.”

उन्होंने कहा, “यह बड़ी घटना है, जिसमें वे भारतीय सेना के साथ सहयोग करेंगे, ताकि कश्मीर के स्थानीय छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो.”

इंद्राणी बालन फाउंडेशन के ट्रस्टी पुनीत बालन ने कहा कि यह नींव के लिए मील का पत्थर है.

चिनार कॉर्प्स इस समय कश्मीर में 28 सद्भावना स्कूल चलाती है, जो प्रत्येक वर्ष 10000 से अधिक छात्रों को शिक्षित करती है. इन सम्मानित संस्थानों से लगभग 1 लाख छात्र उत्तीर्ण होते हैं.