बिहार पंचायत में चुनाव लगेंगे सामान्य से छह गुना अधिक चुनावकर्मी

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] • 2 Years ago
ईवीएम (प्रतीकात्मक तस्वीर)
ईवीएम (प्रतीकात्मक तस्वीर)

 

आवाज – द वॉयस/ नई दिल्ली

बिहार में पंचायतों के चुनाव अब सामान्य ईवीएम से ही होंगे. यानी. यह वोटिंग ऐसे ही होगी जैसी लोकसभा या विधानसभा चुनावों में होती है. इसे लेकर राज्य चुनाव आयोग और केंद्रीय चुनाव आयोग में सहमति बन गई है. अब इसके अंतिम रूप दिया जाना बाकी है.

असल में, बुधवार को नई दिल्ली में केंद्रीय चुनाव आयोग और बिहार के चुनाव आयोग के अधिकारियों की बैठक हुई. इसमें चुनाव आयोग के सचिव, ईवीएम के साथ ही आयोग की तकनीकी टीम और ईवीएम निर्माता कंपनी इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ईसीआइएएल) के प्रतिनिधि भी शामिल हुए थे.

बिहार के चुनाव आयोग ने पंचायत चुनावों के लिए मल्टी-पोस्ट ईवीएम की मांग की थी, क्योंकि बिहार में पंचायत चुनावों के लिए छह पदों के लिए मतदान होना है. मल्टीपोस्ट ईवीएम में एक कंट्रोल यूनिट के साथ छह बैलेट यूनिट्स जोड़ी जा सकती हैं. जबकि, सिंगल पोस्ट ईवीएम में एक कंट्रोल यूनिट के साथ एक ही बैलेट यूनिट जोड़ा जा सकता है. बिहार में पंचायत चुनावों में छह पदों पर वोटिंग के मद्देनजर एक ही ईवीएम होने पर उसे लाना-ले जाना आसान होता. पर, अब सिंगल पोस्ट ईवीएम को लाने-ले जाने के लिए एक मतदान केंद्र पर कम से कम छह चुनावकर्मियों की जरूरत होगी.

गौरतलब है कि बिहार में पंचायत चुनाव दस चरणों में करवाए जाने का प्रस्ताव है. जिसमें 1.19 लाख मतदान केंद्रों पर वोटिंग होगी. हर चरण में 13,000 से 15,000 तक पोलिंग बूथ होंगे और सूबे में 90,000 कंट्रोल यूनिट और 90,000 बैलेट यूनिट की जरूरत होगी.

चुनाव आयोग राज्य में जून से पहले पंचायत चुनाव कराने की तैयारी में है. ईवीएम के चक्कर में चुनाव में पहले ही देरी हो चुकी है.