मंजीत ठाकुर/ नई दिल्ली
पैगंबर मुहम्मद साहब के खिलाफ कथित टिप्पणी का विवाद तूल पकड़ गया है और बुधवार देर रात हैदराबाद में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन निकाले गए थे. आरोप है कि इन विरोध प्रदर्शनों में सर तन से जुदा जैसे विवादित नारे लगाए गए और उसमें बच्चे भी शामिल थे.
इन विरोध प्रदर्शनो में बच्चों को शामिल किए जाने को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने हैदराबाद पुलिस कमिश्नर सी.वी. आनंद को एक पत्र लिखा है. आयोग ने पुलिस कमिश्नर आनंद को लिखे पत्र में बच्चों के राजनैतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किए जाने को लेकर कार्रवाई और जांच करने का अनुरोध किया है.
आयोग ने अपनी चिट्ठी में लिखा है, “सोशल मीडिया में आए वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई बच्चे सर तन से जुदा के नारे लगाते देखे गए हैं जो काफी चौंकाने वाला है. ऐसा प्रतीत होता है कि इन बच्चों को सिखाया-पढ़ाया गया है और इस विरोध प्रदर्शन में उनका इस्तेमाल राजनैतिक उपकरणों की तरह किया गया है.”
आयोग ने एक न्यूज वेबसाइट का लिंक भी अपनी चिट्ठी में दिया और कहा कि इस खबर के बाद उसने स्वतःसंज्ञान लिया है, क्योंकि प्रथमदृष्टया यह मामला किशोर न्याय अधिनियम, 2005 का उल्लंघन है.
आयोग—जिसके पास अदालती शक्ति भी है—ने कमिश्नर को इस मामले में एफआइआर दर्ज के निर्देश दिए हैं और कहा कि इस पर जांच और कार्रवाई की जाए.
आयोग ने कमिश्नर से कहा कि वह सात दिनों के भीतर कार्रवाई की प्रगति का ब्योरा और एफआइआर की प्रति आयोग के पास भेज दें.