प्रमुख मुस्लिमों ने की धर्म संसद पर सरसंघचालक के बयान की तारीफ

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] • 2 Years ago
प्रमुख मुस्लिमों ने की धर्म संसद पर सरसंघचालक के बयान की तारीफ
प्रमुख मुस्लिमों ने की धर्म संसद पर सरसंघचालक के बयान की तारीफ

 

आवाज- द वॉयस/ नई दिल्ली

असम मरकजुल उलुम के प्रमुख मोहम्मद हिलालुद्दीन कासिमी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के बयान का स्वागत किया है.कासमी ने आवाज द वॉयस से कहा, “भागवत के बयान ने हिंदू धर्म के सच्चे दर्शन को प्रतिबिंबित किया है. कोई भी धर्म दूसरे धर्मों से नफरत करना नहीं सिखाता. चूंकि भागवत साहब विद्वान हैं, इसलिए वे हिंदू धर्म के सार को समझते हैं. आशा है कि आरएसएस प्रमुख के बयान का देश में हर कोई पालन करेगा.”

गौरतलब है कि कासिमी के गुवाहाटी में मदरसे ने 2013 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का ध्यान आकर्षित किया था.

जाने-माने सर्जन और पद्मश्री डॉ इलियास अली ने कहा कि भागवत का बयान सकारात्मक है और इसे जमीन पर दिखना चाहिए. उन्होंने कहा कि हर धर्म में कट्टरपंथी तत्व होते हैं और हिंदू धर्म इसका अपवाद नहीं है. डॉ. अली कहत हैं, “सभ्य समाज को ऐसे कट्टरपंथियों के खिलाफ सामने आना चाहिए. आइए प्रक्रिया शुरू करें.”

प्रसिद्ध लेखक और टीकाकार मैनी महंत का कहना है कि सभी सही सोच वाले हिंदू नागरिकों ने धर्म संसद में मुस्लिम विरोधी बयानों की निंदा की है. उन्होंने कहा, “अब धर्म संसद के खिलाफ बयानकिसी और से नहीं, बल्कि आरएसएस प्रमुख की तरफ से आया है. मुझे उम्मीद है कि भागवत के शब्द हिंदूवाद की गलत व्याख्या करने वालों को चुप करा देंगे.”

असमिया आभूषणों के आधुनिकीकरण में अग्रणी वहीदा रहमान भी मोहन भागवत के कथन से पूरी तरह सहमत हैं. उनका कहना है कि इस तरह के बयान से हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच कई गलतफहमियां दूर होंगी.