प्रमुख कथा लेखक नईम कौसर को मुजफ्फर हनफी इंटरनेशनल उर्दू अवार्ड से किया गया सम्मानित

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 01-04-2022
प्रमुख कथा लेखक नईम कौसर को मुजफ्फर हनफी इंटरनेशनल उर्दू अवार्ड से किया गया  सम्मानित
प्रमुख कथा लेखक नईम कौसर को मुजफ्फर हनफी इंटरनेशनल उर्दू अवार्ड से किया गया सम्मानित

 

गुलाम कादिर /भोपाल 
 
प्रमुख कथा लेखक और पत्रकार नईम कौसर को आलमी उर्दू तहरीक द्वारा मुजफ्फर हनफी अंतर्राष्ट्रीय उर्दू पुरस्कार से सम्मानित किया गया. आलमी उर्दू तहरीक के तत्वावधान में भोपाल इकबाल पुस्तकालय द्वारा एक प्रतिष्ठित मानद समारोह का आयोजन किया गया.

पुरस्कार समारोह में नईम कौसर को 50,000 रुपये, एक मोमेंटो और एक शॉल भेंट की गई. इस अवसर पर विद्वानों ने प्रो. मुजफ्फर हनफी के साहित्यिक लेखन और नईम कौसर की साहित्यिक सेवाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला.
 
ध्यान रहे कि मुजफ्फर हनफी अंतरराष्ट्रीय उर्दू पुरस्कार की स्थापना 2021 में आलमी उर्दू तहरीक द्वारा की गई थी. पहला पुरस्कार अकोला महाराष्ट्र के प्रतिष्ठित लेखक डॉ. महबूब राही को दिया गया. दूसरा पुरस्कार मध्य प्रदेश के जाने-माने उपन्यासकार और पत्रकार नईम कौसर को समाज की ओर से दिया गया है.
 
नईम कौसर के आधा दर्जन पौराणिक संग्रह प्रकाश में आए हैं. प्रोफेसर मुजफ्फर हनफी का जन्म और पालन-पोषण मध्य प्रदेश के खंडवा में हुआ. प्रोफेसर मुजफ्फर हनफी ने अपनी उच्च शिक्षा भोपाल से प्राप्त की. उन्होंने शोध प्रबंध लिखकर भोपाल बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की.
 
प्रो. मुजफ्फर हनफी के बेटे परवेज मुजफ्फर ने बात करते हुए कहा कि भोपाल मुजफ्फर हनफी लगभग 17 साल से इस क्षेत्र में हैं. उनका इस शहर के लोगों से, यहां की संस्कृति से, यहां के विद्वानों और साहित्यिक आंदोलनों से खास रिश्ता रहा है.
 
मैं यह बताना चाहूंगा कि यह पुरस्कार 2021 में स्थापित किया गया था और हम यह पुरस्कार मुजफ्फर हनफी इंटरनेशनल उर्दू अवार्ड के माध्यम से देते हैं जो कि उर्दू का आलमी तहरीक है जिसका मुख्यालय जम्मू और कश्मीर में है.
 
पिछले साल हमने डॉ. महबूब राही की साहित्यिक सेवाओं के सम्मान में पहला पुरस्कार दिया था और इस बार जूरी ने प्रख्यात उपन्यासकार नईम कौसर के पक्ष में किया है. मुझे बहुत खुशी है कि नईम कौसर को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया है. मैं इस पुरस्कार समारोह में शामिल होने के लिए एक लंबा सफर तय कर चुका हूं, लेकिन यहां के लोगों के प्यार और ईमानदारी और साहित्यिक कौशल को देखकर यात्रा की सारी थकान पल भर में खत्म हो गई.
 
वहीं मुजफ्फर हनफी अवार्ड से सरफराज मुमताज फिक्शन राइटर और पत्रकार नईम कौसर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण अवसर है कि जूरी ने मुजफ्फर हनफी इंटरनेशनल उर्दू अवार्ड के लिए मेरा नाम चुना है.
 
वह हमारे पड़ोसी भी थे, उन्होंने सहानुभूतिपूर्ण भी थे, वे बहुत अच्छे इंसान थे. हमने उनकी साहित्यिक सेवाओं के बारे में लिखा है और उन्होंने अपनी किताबों में हमारा उल्लेख किया है. उनका उल्लेख कर आपने उनकी छह दशकों की साहित्यिक यात्रा मेरे सामने रखी है.
 
उन्होंने बहुत कुछ लिखा और उन्होंने जो लिखा वह साहित्य में देखा गया. लेखक की सफलता यह है कि पाठक जो लिखता है उसे पढ़ता है और उस पर अपनी राय व्यक्त करता है. मुजफ्फर भाई का लेखन आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक का काम करेगा.