फिरोज खान / देवबंद
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी ने विहिप के पूर्व नेता प्रवीण तोगड़िया के बयान को भड़काऊ करार दिया है. मौलाना ने इसकी कड़ी निंदा की है.
गौरतलब है कि प्रवीण तोगड़िया ने तब्लीगी जमात को तालिबान की मां, दारुल उलूम देवबंद को तालिबान का पिता और जमीयत उलेमा-ए-हिंद को रिश्तेदार बताते हुए विवादित बयान दिया था.
प्रवीण तोगड़िया के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कहा, “हमने देश की आजादी के लिए बलिदान दिया है.”
उन्होंने पूछा “तुमने क्या किया, बताओ?”
उन्होंने तालिबान के साथ तब्लीगी जमात के जुड़ाव पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि तब्लीगी जमात पूरी तरह से धार्मिक पार्टी थी, जो केवल आसमान के ऊपर और जमीन के नीचे बोलती थी. इसका दुनिया और राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है.
उन्होंने दारुल उलूम देवबंद को बंद करने की मांग पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ. तोगड़िया को संस्था के इतिहास की जानकारी नहीं है. आजादी की लड़ाई में सैकड़ों देवबंदी मौलवियों ने अपने प्राणों की आहुति दी है.
उन्होंने कहा कि उलेमाओं को शहीद होना पसंद था, लेकिन उन्होंने अंग्रेजों से कभी माफी नहीं मांगी और वे अंग्रेजों की गुलामी के सख्त खिलाफ थे.
मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कहा कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद धर्म के आधार पर दो राष्ट्र की विचारधारा का विरोध करता है और जमीयत धर्म और राष्ट्र की परवाह किए बिना अपने कल्याण और सामाजिक कार्यों को जारी रखे हुए है.
उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि केरल में जमीयत द्वारा हिंदुओं, ईसाइयों और मुसलमानों के बीच घरों का वितरण किया जा रहा है.
महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों में समाज के हर वर्ग की बिना किसी भेदभाव के मदद की जा रही है.
मौलाना सैयद अरशद मदनी ने तोगड़िया के बयान को गैर जिम्मेदाराना और भड़काऊ करार दिया है.